सागर। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को कांग्रेस ने निराशावादी बजट बताया है. कांग्रेस का कहना है कि जिस तरह केंद्र सरकार के बजट से पूरे देश के लिए निराशा हासिल हुई है, उसी तरह मध्य प्रदेश सरकार के बजट से मध्य प्रदेश वासियों को निराशा मिली है. कोरोना काल और महंगाई के दौर में यह बजट निराशावादी है.
किसी वर्ग के लिए नहीं हुआ कुछ भी हासिल
कांग्रेस का मानना है कि इस बजट से लोगों को उम्मीद थी कि महंगाई से निजात मिलेगी और कोरोना काल में प्रदेश वासियों के स्वास्थ्य के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जाएंगी. वही बढ़ती बेरोजगारी को देखते हुए रोजगार और स्वरोजगार के लिए प्रबंध किए जाएंगे, लेकिन इस बजट में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला है.
सरकार ने कोई नया कर भले ही नहीं लगाया है, लेकिन सरकार कोशिश करती, तो पेट्रोल डीजल की महंगाई से राहत देती, जिससे लोगों को तमाम तरह की महंगाई से राहत मिलती. कुल मिलाकर यह बजट लोगों की उम्मीदों पर पानी फेरने वाला बजट है.
केंद्र सरकार की तरह बजट निराशावादी
मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी का कहना है कि सीधे तौर पर यह बजट केंद्र सरकार के बजट की तरह निराशावादी है. युवाओं, महिलाओं के लिए और किसानों के लिए इस बजट में कुछ नहीं. कारोबारियों को भाजपा पर बहुत भरोसा था, लेकिन उसने भी कुछ हासिल नहीं हुआ है.