रीवा। लॉकडाउन में जहां एक ओर लोग किसी तरह अपनों तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं, तो दूसरी ओर कलेक्ट्रेट में बैठे स्टांप वेंडर लोगों की मजबूरियों का फायदा उठाकर उनको फर्जी पास जारी कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला शहर में सामने आया है जिसमें पुलिस ने फर्जी पास बनाने वाले दो स्टांप वेंडरों को कलेक्ट्रेट से गिरफ्तार किया है. उनके पास से काफी संख्या में फर्जी पास सहित उपकरण बरामद हुए हैं.
मामले की जानकारी लगते ही पुलिस ने कलेक्ट्रेट में दबिश देकर दोनों स्टांप वेंडरों को गिरफ्तार कर लिया है. जिनके कब्जे से फर्जी सील, पास, प्रिंटर सहित अन्य उपकरण बरामद हुए हैं. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कई लोगों को ऐसे फर्जी पास जारी किए हैं जो काफी समय से गोरखधंधा कर रहे थे. पुलिस फिलहाल आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
मामले की जानकारी तब लगी जब गढ़ थाना के बांस गांव के रहने वाले दिनेश पटेल को मुंबई जाने के लिए पास बनवाने कलेक्ट्रेट आए. यहां पर उसे स्टांप वेंडर सूरज तिवारी और दिनेश सोंधिया से मुलाकात हुई जिसने 2000 रुपए में पास बनवाने का झांसा दिया. दूसरे दिन उनको एक फर्जी पास बनाकर पकड़ा दिया. वे जब पास लेकर सिविल लाइन थाने पहुंचे तो पुलिस के प्रारंभिक जांच में फर्जी निकला.