रीवा। रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine War) के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है. ऐसे में काम और पढ़ाई के सिलसिले में यूक्रेन (Ukraine) गए भारतीय लोग वहां फंस गए हैं. जिनमें एमपी के भी कई छात्र शामिल हैं. रीवा निवासी साक्षी सिंह परिहार भी यूक्रेन और रोमानिया के सीमावर्ती क्षेत्र में फंसकर वतन वापसी की राह तलाश रही हैं. उन्होंने अपना हौसला नहीं हारा और वो युद्ध के हालातों में भी घरवालों को सांत्वना देते हुए भारत सरकार से उम्मीद लगाए हुए हैं. बताया जा रहा है कि रोमानिया से जल्द ही एयर इंडिया की फ्लाइट मिलेगी जिससे वो अपने वतन वापस लौटने में कामयाब होंगी.
परिजनों का बढ़ाया हौसला
रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग में अब वहां फंसे हुए भारतीय नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारत सरकार द्वारा लगातार कोशिशें की जा रही हैं. वहां फंसे लोगों में रीवा के विवेकानंद नगर में रहने वाले बृजेंद्र सिंह परिहार की बेटी साक्षी सिंह परिहार भी शामिल है. वह इवानो स्टेट में स्थित मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रही है. साक्षी के परिवार वाले टीवी के सामने बैठकर बच्ची के सुरक्षित घर वापसी की आस लगाए हुए हैं.
दोस्तों के साथ रोमानिया के बॉर्डर पर पहुंची साक्षी
साक्षी के घरवालों की माने तो यूनिवर्सिटी द्वारा यूक्रेन के सीमावर्ती देशों में जाने के लिए वाहन की व्यवस्था कराई जानी थी, परंतु वाहन की व्यवस्था नहीं हो सकी. जिसके बाद साक्षी अपने 30 साथियों के साथ मिलकर एक टूरिस्ट बस से रोमानिया के सीमावर्ती इलाके में पहुंची. अब जल्द ही वहां से भारत आने के लिए उड़ान भरेगी. साक्षी के परिवार वाले उसके आने का इंतजार कर रहे हैं.
हाथ में दिखा तिरंगा
भारतीय छात्रों को कहा गया है कि वे अपने जिस वाहन से रोमानिया सीमाओं तक आ रहे हैं, उस पर भारत का झंडा लगाएं. इसके जरिए रूसी सेना के सामने से वह सुरक्षित अपने वतन के लिए निकल सकें और युद्ध के बीच उनके वाहन को किसी भी प्रकार का खतरा ना हो. साक्षी भी जब अपने 30 साथियों के साथ बस में सफर कर रोमानिया के सीमावर्ती इलाके में पहुंचीं, इस दौरान उसके हाथ में तिरंगा झंडा था.
(mp Students stuck in Ukraine) (russia declares war on ukraine) (Sakshi Singh Parihar reached Romania from Ukraine)