रीवा। महिला बाल विकास विभाग की दो भ्रष्ट महिला अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है. रीवा जिले के मऊगंज में महिला एवं बाल विकास अधिकारी सहित सेक्टर पर्यवेक्षक ठेकेदार का मिड डे मील का बिल पास कराने के लिए रिश्वत ले रहे थे. जिन्हें 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. (Rewa two female officers trap taking bribe)
20 हजार मांगी गई थी रिश्वत: मऊगंज में पदस्थ महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी माया सोनी और सेक्टर पर्वेक्षक अंजू त्रिपाठी ने मध्यान भोजन का बिल पास कराने के एवज में 20 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी. इसके बाद ठेकेदार राजेश वर्मा ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई. आरोपियों ने शिकायतकर्ता से पूर्व में 5 हजार रुपये की रकम ले ली थी. शनिवार को शिकायतकर्ता राजेश वर्मा के द्वारा रिश्वत की दूसरी किस्त 10 हजार रुपये देते हुए लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police rewa) की टीम ने दोनों अधिकारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. (Rewa Women and Child Development two officers arrested)
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भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई: फरियादी राजेश वर्मा महिला सहायता समूह का संचालन करते हैं. इसी के माध्यम से वे मध्यान भोजन का वितरण भी करता है. वह मध्यान भोजन का बिल पास कराने के लिए मऊगंज कार्यालय के कई दिनों से चक्कर काट रहा था. जिसके बाद दोनों महिला अधिकारियों ने उससे रिश्वत की मांग की. (Rewa Mid Day Meal Bill) फरियादी ने परेशान होकर अधिकारियों के खिलाफ लोकायुक्त कार्यालय रीवा में शिकायत दर्ज कराई. लोकयुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने कि
जांच सही पाए जाने के बाद ट्रैप कार्रवाई कर दोनों महिला अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है.
गोपाल सिंह धाकड़, एसपी लोकायुक्त