रीवा। रीवा में ईओडब्ल्यू (EOW) ने सरकारी विभागों के अधिकारियों से ठगी करने वाले तीन (three arrested for extorting money) आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी अधिकारियों से ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त का छापा मारने की धमकी देकर लाखों रूपए ऐंठते थे. इनके निशाने पर हमेशा बड़ेे अधिकारी रहते थे. शिकायत मिलने पर ईओडब्ल्यू की टीम ने पिता पुत्र सहित तीन लोगों को भोपाल स्थित एक किराए के मकान से धर दबोचा है.
मास्टर माइंड फरार
नकली अफसर बनकर असली अफसरों के साथ ठगी करने वाला मास्टरमाइंड संजय मिश्रा रीवा के नेहरू नगर का निवासी है. उसने अपने बेटे और एक अन्य सहयोगी के साथ प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बैठे अफसरों को ठगी का शिकार बनाया है. वे अधिकारियों को फोन के माध्यम से बताता था कि वे EOW और लोकायुक्त के अफसर हैं, और उन पर कार्रवाई नहीं करने के एवज में लाखों रूपयों की डिमांड करता था. कई अफसर उनके बैंक खातों में पैसों का ट्रांजेक्शन भी कर चुके हैं.
भोपाल में किराए के मकान में रह रहे थे पिता पुत्र
नटवरलाल पिता-पुत्र के खिलाफ पुलिस को शिकायतें मिल रही थीं. ईओडब्लू को सूचना मिली थी आरोपी भोपाल के टीटी नगर स्थित किराए के मकान में रह रहे हैं. इस पर कार्रवाई करते हुए स्पेशल टीम ने बिना वक्त गंवाए बताई गई जगह पर दबिश दी और संजय मिश्रा और उसके बेटे और सहयोगी मकान मालिक को भी गिरफ्तार कर रीवा ले आई. इस दौरान आरोपियों ने कई खुलासे किए.
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संजय मिश्रा 10 हजार का इनामी अपराधी
नटवरलाल पिता-पुत्र पुलिस के लिए चुनौती बन गए थे. ईओडब्ल्यू एसपी वीरेंद्र जैन की माने तो आरोपी संजय मिश्रा के खिलाफ पूर्व में भी धोखाधड़ी और ठगी करने के मामले रीवा के सिविल लाइन थाने में दर्ज थे. उसके नाम का वारंट भी जारी हो चुका था, और 10 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था.