रीवा। देश भर में कोरोना वॉरियर्स लगातार इस संकट के खिलाफ लड़ रहे हैं, ऐसे में इनके फर्ज के प्रति इमानदारी और समाज के लिए उनकी जिम्मेदारी देखने को मिलती है. ऐसे ही एक कोरोना वॉरियर्स हैं आरक्षक दीपक तिवारी.
दीपक की तैनाती भोपाल में थी, लॉकडाउन के पहले ही वो छुट्टी पर अपने घर आए थे, लेकिन अचानक लगे लॉकडाउन के कारण यहींं फंस गए. आरक्षक अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने भोपाल नहीं पहुंच पाए, तो अधिकारियों से निवेदन कर चाकघाट में तैनाती लेली और यहां दीपक वर्दी का फर्ज निभा रहे हैं.
दरअसल उत्तर प्रदेश की नारी बारी गांव के निवासी दीपक तिवारी मध्यप्रदेश पुलिस के जवान हैं और कुछ दिनों पूर्व वो छुट्टी पर अपने घर आए हुए थे, तभी लॉकडाउन हो गया और वो घर पर ही फंस गए. जिसके बाद उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की और ड्यूटी ज्वाइन करने की मांग रखी, तब अधिकारियों ने उन्हें नजदीकी थाने में आमद दर्ज कराने को कहा और तब फर्ज के प्रति ईमानदारी की मिसाल पेश करते दीपक तिवारी ने गांव की नजदीकी थाने चाकघाट में आमद दर्ज कराई, जोकि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर है
देशभर में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए शासन और प्रशासन के द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, जिसको लेकर डॉक्टर, सफाई कर्मियों सहित पुलिसकर्मियों ने भी कोरोना योद्धा की भूमिका बखूबी निभाई है.