रतलाम। लॉकडाउन की वजह से मजदूरों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रतलाम जिला प्रशासन अब ऐसे मजदूरों की मदद के लिए आगे आया जो अपने घर नहीं पहुंच पा रहे हैं. प्रशासन ने करीब 1200 मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की.
दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूरों की संख्या बढ़ते हुए देखकर रतलाम कलेक्टर रूचिका चौहान और एसपी गौरव तिवारी ने खुद मोर्चा संभाला और लोगों को बसों से उनके घरों तक पहुंचाने का काम किया. कलेक्टर और एसपी ने खुद अपने हाथो से बसों के स्टिकर बनाकर लगवाए और यात्रियों को फूड पैकेट्स बंटवाकर उन्हें घर भेजने का इंतजाम किया.
रतलाम में बढ़ी संख्या में प्रदेश ही नहीं बल्कि दिल्ली ,उत्तरप्रदेश और बिहार के साथ राजस्थान और गुजरात तक के लोग पहुंचे हैं. करीब 1200 लोगों को 30 से ज्यादा बसों से अपने गृह जिले में भेजा गया है. लॉकडाउन में फंसे हुए परिवारों को उनके मूल स्थान तक पहुंचाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार के निर्देशों पर रतलाम जिला प्रशासन के अधिकारी भी इस अभियान में जुटे हुए हैं.
रतलाम कलेक्टर रुचिका चौहान का कहना है की जरुरत पड़ने पर आगे भी लोगों को उनके घरों तक भेजा जाएगा. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो लोग सुरक्षित है वे बेवजह घर से बाहर न निकले. लेकिन जो लोग फंसे हुए हैं उन्हें घर तक भेजने का काम प्रशासन करेगा.