कटनी। देश में कई ऐसे मंदिर हैं जो अपने अनोखे कारनामों के कारण प्रसिद्ध हैं. शहर के पास हड्डी जोड़ने वाले हनुमान जी का चमत्कारिक मंदिर हैं. जब डॉक्टर इलाज नहीं कर पाते तो इस मंदिर में पहुंचने के बाद चमत्कार हो जाता है. यहां ज्यादातर हड्डी टूटने के बाद भक्त पहुंचते हैं. भगवान का प्रसाद खाते हैं. प्रसाद खाने के बाद टूटी हुई हड्डी अपने आप जुड़ जाती है. ऐसे कई लोग हैं. जिनका सफल इलाज हुआ है. मंदिर में कई उदाहरण देखे गए हैं. जहां भक्तों की आंखों के सामने भगवान चमत्कार करते हैं. (Hanuman Jayanti 2022)
आंखों के सामने चमत्कार : कटनी से 35 किमी दूरी पर मोहास गांव में चमत्कारिक (Mohas Hanuman temple katni) मंदिर हनुमान मंदिर स्थित है. इस हनुमान मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि यहां आने और प्रसाद खाने से हड्डी से जुड़ी बीमारियां ठीक हो जाती हैं. देशभर से इस मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त आते हैं. इस मंदिर के आगे बड़े-बड़े डॉक्टरों का इलाज फीका पड़ जाता है. यहां हड्डी टूटने के बाद भक्त भगवान का प्रसाद खाने आते हैं. भगवान का प्रसाद खाने के बाद टूटी हड्डी अपने आप जुड़ जाती हैं.
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सातों दिन मेले जैसा माहौल: मंदिर में स्ट्रेचर पर और एम्बुलेंस की लाइन लगी रहती है. हनुमान जी के प्रसाद में ऐसी दिव्य शक्ति हैं कि जो भक्त यहां आते हैं वह ठीक होकर मंदिर से जाते हैं. मंदिर में मंगलवार और शनिवार को विशेष पूजन होता है. लेकिन हफ्ते के सातों दिन यहां बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ लगी रहती है. सुबह से शाम तक मेले जैसा माहौल बना रहता है.
राम नाम जाप की सलाह : मुहास के हनुमान मंदिर के चमत्कार की कहानी निराली है. यहां भक्तों को पूजा के बाद एक विशेष कार्यक्रम में शामिल किया जाता है. मंदिर परिसर में पीड़ित व्यक्ति की आंख बंद करके राम नाम का जाप करने की सलाह दी जाती है. पीड़ित व्यक्ति जैसे ही आंख बंद करके जाप करने लगता है. इसके बाद मंदिर के पुजारी एक-एक व्यक्ति को प्रसाद के रुप में औषधि खिलाते हैं.
इस औषधि से लाभ: इस औषधि के सेवन से हड्डी से जुड़ी बीमारियों में लाभ मिलने की मान्यता है. कहते हैं कि मंदिर में दी जाने वाली जड़ी-बूटी आसपास की जगहों पर आसानी से मिल जाती है. लेकिन इसका फायदा मंदिर के पंडा के देने पर ही होता है. मरीज द्वारा स्वयं इस जड़ी-बूटी को ग्रहण करने से कोई लाभ नहीं मिलता. ऐसे में इस मंदिर को एक चमत्कार के रूप में देखा जाता है.
औषधि का प्रभाव: बताया जाता है यह औषधि कई जड़ी बूटियों से मिलाकर बनाई जाती है. यह प्राकृतिक औषधि होती है. पीड़ित को इसे चबाकर खाने के लिए कहा जाता है. औषधि खाने के बाद भक्तों को घर जाने के लिए बोल दिया जाता है. हनु्मान जी के आशीर्वाद और औषधि के प्रभाव से पीड़ित ठीक हो जाता है. कई सालों से इस मंदिर में इसी तरह हड़्डी टूटने के बाद इलाज किया जा रहा है.