जबलपुर। मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी अपना कहर बरपा रही है, जिसके चलते लोग बेहद परेशान हैं. अघोषित बिजली कटौती का दंश आम आदमी से लेकर किसान तक झेल रहा है. किसानों के खेतों पर बोई गई फसल अब सूखने के कगार पर आ गई है. बिजली की अघोषित कटौती से फसलों की सिंचाई में दिक्कतें पेश आ रही हैं. साथ ही पानी की सप्लाई भी नहीं हो पा रही. इससे किसान परेशान है, इन हालात को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि, ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए विद्यूत कटौती जीने मरने का सबब बन रही है.( Jabalpur Farmers big concern power cut dried crop)
सूखने लगी फसल: मध्यप्रदेश में एक तरफ आसमान से आग बरस रही है. दूसरी तरफ भू जलस्तर तेजी से घट रहा है. इस समस्या से आम आदमी परेशान है. जबलपुर जिले के किसान अघोषित बिजली कटौती को लेकर बेहद परेशान हैं. बिजली की किल्लत से किसानों के खेतों में पानी नहीं दिया जा रहा. उड़द और मूंग की फसल सूखने के कगार पर पहुंच गई है. (Undeclared power cut in Madhya Pradesh )
सरकार की घोषणा हवा-हवाई: प्रदेश सरकार ने किसानों को 10 घंटे तक निर्बाध बिजली देने की घोषणा की थी. लेकिल सरकार की घोषणाएं धरी रह गई. अचानक बिजली गुल होने के चक्कर में किसानों को रातभर खेत मे बैठना पड़ता है. किसानों का कहना है की यदि बिजली की किल्लत यूं ही चलती रही तो आने वाले समय में उड़द की लहलहाती फसल नष्ट हो जाएगी. किसान राकेश जैन कहते हैं कि "मैने भड़पुरा ग्राम में 4 एकड़ में उड़द की फसल लगाई है. इसमें खाद और बीज दुकानदारों से उधार लिया है. अगर फसल नहीं आएगी तो वह अपना कर्ज कैसे चुकाएंगे. ये मेरे लिए सबसे कठिन समय है." (power cut villagers said facing bruntliving)