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सूदखोरों ने ली जान! 20 हजार का उधार बन गया एक लाख, गाली गलौच से तंग आकर युवक ने दी जान - जबलपुर लेटेस्ट न्यूज

सूदखोरों ने जबलपुर में एक और युवक की जान ले ली. राकेश ने(trap of usurer youth suicide jabalpur ) सूदखोर से 20 हजार रुपए ब्याज पर लिए थे. जो एक साल में 1 लाख हो गए. तनाव में आकर युवक ने घर में फंदा लगाकर जान दे दी.

trap of usurer youth suicide jabalpur
सूदखोरों ने ली जान!
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Published : Dec 9, 2021, 4:13 PM IST

जबलपुर । मध्यप्रदेश सरकार भले ही सूदखोरों पर लगाम कसने की बात कह रही हो, लेकिन हकीकत ये है कि अभी भी सूदखोरों का राज चल रहा है. जिसके चलते लोग अपनी जान गवा रहे हैं. जबलपुर के मानेगांव में रहने वाले एक युवक ने सूदखोर से परेशान होकर (trap of usurer youth suicide jabalpur )आत्महत्या कर ली है.युवक का नाम राकेश सिंह था. वो चाय की दुकान चलाता था.

20 हजार रुपए 1 साल में हुए 1 लाख

मृतक राकेश की बहन ने बताया कि उसके भाई की चाय की दुकान है. इसी दुकान में उसका एक (suicide non payment loan usurer jabalpur) दोस्त अभिषेक शुक्ला आया करता था. उसे 10 हजार रु की जरूरत थी. राकेश सिंह ने सुनील सोनकर से 20 हजार रु लिए और 10 हजार अभिषेक को दे दिए. सूदखोर सुनील सोनकर ने एक साल में 20 हजार रु का ब्याज 1लाख रु कर दिया. इसी को लेकर राकेश को सुनील लगातार परेशान कर रहा था. कल भी सुनील ने रुपए के लिए राकेश के साथ गाली गलौज की. जिससे वो तनाव में आ गया था.

राकेश की बहन रीता ने बताया, उसके भाई ने क्यों जान दी

बैंक से भी लोन लेकर दोस्त को दिए थे 5 लाख रुपए

राकेश की बहन रीता के मुताबिक उसने ग्रमीण बैंक से भी 5 लाख रुपए का लोन लिया था. वह रुपए अपने दोस्त सचिन सराठे को दिए थे. सचिन बार-बार रुपए लौटाने में आनाकानी कर रहा था. अभिषेक भी उधार के रुपए नहीं लौटा रहा था. ऐसे में सूदखोर सुनील सोनकर की(jabalpur latest news ) धमकी और दोस्तों द्वारा रुपए वापस ना करने से राकेश परेशान हो गया. तनाव में आकर उसने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

trap of usurer youth suicide jabalpur
राकेश ने जान देने से पहले लिखा सुसाइड नोट

आत्महत्या से पहले छोड़ा सुसाइड नोट

राकेश सिंह ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है. इसमें ये भी लिखा है कि किससे कितने रुपए लेने और किसे देने हैं. राकेश से रुपए लेने के बाद सचिन ने उसे 5 लाख रुपए का चेक भी दिया था.

पुलिस कर रही मामले की जांच

राकेश की मौत के बाद रांझी थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौप दिया है. बहन रीता के बयानों के आधार पर जांच शुरू कर दी है. जबलपुर में इससे पहले भी सूदखोरी के मामले सामने आ चुके हैं.

जबलपुर में सूदखोरों का मकड़जाल

जबलपुर जिले में बीते कई सालों से सूदखोरी का काम चल रहा है. हर बार समय-समय पर पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई होती है. बावजूद इसके सूदखोरी का धंधा खूब फल-फूल रहा है. कर्ज लेना वाला व्यक्ति मूलधन और ब्याज के बोझ से मर जाता है. लेकिन उसका कर्ज खत्म नहीं होता. बताया जा रहा है कि जबलपुर में 5 से 20 प्रतिशत तक सूदखोर ब्याज वसूलते हैं. सूदखोर खाली चेक और स्टॉम्प लेकर मनचाही रकम वसूलते हैं.

जबलपुर पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश मिलते ही जबलपुर पुलिस (Jabalpur police on sudhkhori) ने सूदखोर, भू-माफिया एवं चिटफंड कंपनियों के खिलाफ शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 75876 32800 जारी किया है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि जिस भी सूदखोर और भू-माफिया या चिटफंड कंपनी के खिलाफ शिकायत करनी है तो वह इस नंबर पर संपर्क कर सकता है.

जबलपुर । मध्यप्रदेश सरकार भले ही सूदखोरों पर लगाम कसने की बात कह रही हो, लेकिन हकीकत ये है कि अभी भी सूदखोरों का राज चल रहा है. जिसके चलते लोग अपनी जान गवा रहे हैं. जबलपुर के मानेगांव में रहने वाले एक युवक ने सूदखोर से परेशान होकर (trap of usurer youth suicide jabalpur )आत्महत्या कर ली है.युवक का नाम राकेश सिंह था. वो चाय की दुकान चलाता था.

20 हजार रुपए 1 साल में हुए 1 लाख

मृतक राकेश की बहन ने बताया कि उसके भाई की चाय की दुकान है. इसी दुकान में उसका एक (suicide non payment loan usurer jabalpur) दोस्त अभिषेक शुक्ला आया करता था. उसे 10 हजार रु की जरूरत थी. राकेश सिंह ने सुनील सोनकर से 20 हजार रु लिए और 10 हजार अभिषेक को दे दिए. सूदखोर सुनील सोनकर ने एक साल में 20 हजार रु का ब्याज 1लाख रु कर दिया. इसी को लेकर राकेश को सुनील लगातार परेशान कर रहा था. कल भी सुनील ने रुपए के लिए राकेश के साथ गाली गलौज की. जिससे वो तनाव में आ गया था.

राकेश की बहन रीता ने बताया, उसके भाई ने क्यों जान दी

बैंक से भी लोन लेकर दोस्त को दिए थे 5 लाख रुपए

राकेश की बहन रीता के मुताबिक उसने ग्रमीण बैंक से भी 5 लाख रुपए का लोन लिया था. वह रुपए अपने दोस्त सचिन सराठे को दिए थे. सचिन बार-बार रुपए लौटाने में आनाकानी कर रहा था. अभिषेक भी उधार के रुपए नहीं लौटा रहा था. ऐसे में सूदखोर सुनील सोनकर की(jabalpur latest news ) धमकी और दोस्तों द्वारा रुपए वापस ना करने से राकेश परेशान हो गया. तनाव में आकर उसने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

trap of usurer youth suicide jabalpur
राकेश ने जान देने से पहले लिखा सुसाइड नोट

आत्महत्या से पहले छोड़ा सुसाइड नोट

राकेश सिंह ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है. इसमें ये भी लिखा है कि किससे कितने रुपए लेने और किसे देने हैं. राकेश से रुपए लेने के बाद सचिन ने उसे 5 लाख रुपए का चेक भी दिया था.

पुलिस कर रही मामले की जांच

राकेश की मौत के बाद रांझी थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौप दिया है. बहन रीता के बयानों के आधार पर जांच शुरू कर दी है. जबलपुर में इससे पहले भी सूदखोरी के मामले सामने आ चुके हैं.

जबलपुर में सूदखोरों का मकड़जाल

जबलपुर जिले में बीते कई सालों से सूदखोरी का काम चल रहा है. हर बार समय-समय पर पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई होती है. बावजूद इसके सूदखोरी का धंधा खूब फल-फूल रहा है. कर्ज लेना वाला व्यक्ति मूलधन और ब्याज के बोझ से मर जाता है. लेकिन उसका कर्ज खत्म नहीं होता. बताया जा रहा है कि जबलपुर में 5 से 20 प्रतिशत तक सूदखोर ब्याज वसूलते हैं. सूदखोर खाली चेक और स्टॉम्प लेकर मनचाही रकम वसूलते हैं.

जबलपुर पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश मिलते ही जबलपुर पुलिस (Jabalpur police on sudhkhori) ने सूदखोर, भू-माफिया एवं चिटफंड कंपनियों के खिलाफ शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 75876 32800 जारी किया है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि जिस भी सूदखोर और भू-माफिया या चिटफंड कंपनी के खिलाफ शिकायत करनी है तो वह इस नंबर पर संपर्क कर सकता है.

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