जबलपुर। अय्यप्पा हाई सेकेंडरी स्कूल में एक छात्रा और उनके परिजनों के साथ मारपीट की गई थी. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया थ. खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आया आर जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के आदेश दिए. पूरे मामले की जांच जल्द ही होगी. इसके साथ ही प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
क्या है पूरा मामला ?
छात्रा के साथ उस वक्त मारपीट हुई, जब वह टीसी लेने स्कूल पहुंची थी, छात्रा के मुताबिक हाल ही में आए 10वीं बोर्ड के परिणामों में इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर परिणाम जारी किए गए हैं, छात्रा ने पुराने ट्रैक रिकॉर्ड को बेहतर बताते हुए स्कूल के मैनेजर से सिर्फ इतना पूछ लिया कि आखिर उसे कम मार्क्स क्यों दिए गए हैं, स्कूल स्टाफ को छात्रा का ये सवाल नागवार गुजरा, इसके बाद थोड़ी कहासुनी हुई और फिर मारपीट होने लगी, जहां बीच-बचाव में छात्रा के परिजनों ने भी बल प्रयोग किया, छात्रा और उसके परिजनों ने स्कूल परिसर से भागकर जान बचाई, जिसकी खबर ETV भारत ने दिखाई थी.
छात्रा और उसके परिजनों से की मारपीट
बिलहरी स्थित अय्यप्पा हायर सेकेंडरी स्कूल से जो तस्वीर सामने आई थीं, वह बेहद शर्मसार कर देने वाली थी. एक स्कूल टीचर और मैनेजर दो छात्राओं और उनकी मां के साथ मारपीट करते हुए नजर आ रहे थे. साथ ही उन्हें धक्के देकर स्कूल से भी निकालते दिखाई दे रहे थे.
टीचर ने की पिटाई
गोरा बाजार थाना अंतर्गत बिलहरी क्षेत्र की रहने वाली नीतू समुद्रे ने थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी बेटी स्वामी अय्यप्पा स्कूल में 10वीं की मार्कशीट लेने गई थी. इस दौरान मार्क्स कम आने पर स्कूल की प्रिंसिपल से बात करना चाही, लेकिन स्कूल मैनेजर शशिधर पिल्ले और स्कूल टीचर रक्षिता बिष्ट ने उसे प्रिंसिपल से मिलने से मना कर दिया. इस दौरान विवाद बढ़ गया. छात्रा और स्कूल टीचर रक्षिता बिष्ट के बीच मारपीट होने लगी.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दसवीं कक्षा की छात्रा और उसके परिजनों के साथ स्कूल स्टाफ मारपीट करता दिख रहा है. बीच बचाव करने में छात्रा के परिजन भी स्कूल स्टाफ से जूझते हुए नजर आ रहे हैं. मामूली बात पर विवाद इस कदर गहराया कि बात लात घूंसों तक पहुंच गई.
स्कूल के इंटरनल एसेसमेंट परिणामों की होनी चाहिए जांच
छात्रा का आरोप है कि वह अय्यप्पा स्वामी हाई सेकेंडरी स्कूल प्राचार्य कोचिंग क्लास भी चलाती है, जिस कारण वहां पढ़ने वाले बच्चों को अच्छे अंक दिए जा रहे हैं, और जो बच्चे उनकी कोचिंग में नहीं जाते, उन्हें ऐसे ही परेशान किया जाता है, छात्रा का कहना है कि उन सभी बच्चों के इंटरनल एसेसमेंट परिणामों की भी जांच होनी चाहिए, जिससे स्कूल प्रबंधन के कारनामों का खुलासा हो सके.
छात्रा ने मुख्यमंत्री से लगाई न्याय की गुहार
छात्रा ने वीडियो के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रदेश के बच्चियों के मामा शिवराज सिंह चौहान से जस्टिस की मांग की है, छात्रा का कहना है कि आप की भांजियां अब खतरे में है, क्योंकि ऐसे लोग जो आप की भांजियों को जूते और चप्पलों से मारपीट कर रहे हैं, ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए और हाथ जोड़कर बस आपसे यही मांग करती हूं, ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो, जिससे मुझे हमें न्याय मिल सके.
स्कूल प्रबंधन ने जारी किया वीडियो
स्कूल की प्रिंसिपल रक्षिता बिष्ट का कहना है कि छात्रा और उसके माता-पिता स्कूल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे, “हमने उन्हें आवेदन करने और परीक्षा में उपस्थित होने के लिए कहा था, यदि वे परिणाम से संतुष्ट नहीं है, तो वो परीक्षा में उपस्थित हो सकती थी, वे हमें गालियां देने लगे, जब हमने इसका विरोध किया, तो उन्होंने हमें पीटा है.
पीड़ित नीतू समुद्रे की शिकायत पर पुलिस ने स्कूल के मैनेजर शशिधर पिल्ले, टीचर रक्षिता बिष्ट और दो अन्य लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है, वहीं अब स्कूल प्रबंधन की शिकायत पर छात्रा और उसकी मां के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है.