Intro:जबलपुर शहर में 11 वीं क्लास की एक छात्रा ने खुद को आग लगाकर जान देने की कोशिश की (stalker force girl to immolate). छात्रा गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती की गई थी, वहीं आज इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बताया जाता है कि छात्रा शोहदों से तंग थी. उसने पुलिस में शिकायत की थी लेकिन कार्रवाई न होने पर उसने आखिरकार खुद को आग लगा दी. डॉक्टरों के मुताबिक छात्रा 91फीसदी जल चुकी है और उसकी हालत बेहद गंभीर है. पुलिस फिलहाल तहकीकात कर रही है और जल्द आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कर रही है.
मनचलों से तंग छात्रा ने खुद को लगाई आग
शोहदों से तंग आकर जान देने की कोशिश करने की खबरें आए दिन सुर्खियां बनती हैं लेकिन ये सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं लेता. जबलपुर की एक मासूम छात्रा भी शोहदों से परेशान थी और जब उसकी सुनवाई नहीं हुई और पानी सिर के ऊपर निकल गया तो उसने मौत को गले लगाने का रास्ता चुना. चार बहनों में तीसरे नंबर की इस छात्रा ने छत पर जाकर खुद को आग लगा ली. घटना के वक्त उसकी छोटी बहन ही घर पर थी.
'Sorry पापा मुझे माफ कर देना'
पीड़ित लड़की के पिता ऑटो चालक हैं और घटना के वक्त वो भी घर पर नहीं थे. बेटी अपने पिता से बेहद प्यार करती थी. अपने पीछे छोड़े गए सुसाइड नोट में छात्रा ने अपने पिता को सॉरी बोला है. उसने लिखा है कि इन लोगों ने मेरा जीना मुश्किल कर दिया है, मैं इन लोगों से बहुत परेशान हो चुकी हूं. सुसाइड नोट में छात्रा ने अनुराग वरुण आशा और ममता को अपनी मौत का ज़िम्मेदार बताया है. (stalker harass girl student, tries to immolate) छात्रा ने लिखा है कि उसके घर के चारों ओर लड़के घूमते रहते हैं, मेरी वजह से बहनों की ज़िंदगी बर्बाद न हो इसलिए आत्महत्या करने जा रही हूं.
पुलिस पर भी उठाए सवाल
छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में पुलिस पर भी सवाल उठाए हैं. उसने लिखा है कि रांझी थआने में उसने अनुराग वरुण आशा और ममता के खिलाफ शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. जबलपुर के एएसपी संजय अग्रवाल का कहना है कि छात्रा के आग लगाने की घटना उनके संज्ञान में आई है. पुलिस जांच कर रही है और छात्रा का बयान लेकर औऱ सुसाइड नोट की स्टडी के बाद FIR दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पुलिस अब कार्रवाई की बात कर रही है, उसने पहले कदम उठाया होता तो शायद एक मासूम को इतना बड़ा कदम नहीं उठाना पड़ता.
(Women Crime in MP)