जबलपुर। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कुशाभाऊ ठाकरे की जन्मशताब्दी वर्ष पर भाजपा पर्व के रूप में मना रही है. इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से समर्पण निधि इकट्ठा की जा रही है. जबलपुर में भी समर्पण निधि जुटाने के लिए पार्टी की बैठक आयोजित की गई. बैठक में लोक निर्माणऔर जबलपुर के प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव भी शामिल हुए. पूर्व सीएम कमलनाथ ने बीजेपी के समर्पण निधि अभियान को चुनावी फंड जमा करने की कवायद करार दिया है.
शुद्ध धन से राजनीति में आएगी शुद्धता! समर्पण निधि अभियान की समीक्षा करने पहुंचे लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता जनता के सहयोग से जो समर्पण निधि का धन ले रहे हैं वो शुद्ध धन है जिससे राजनीति में शुद्धता आएगी. उन्होंने कहा उद्योगपतियों के सहयोग से नहीं हमारी पार्टी कार्यकर्ता और जनता के सहयोग से चलेगी.
समर्पण निधि अभियान के तहत RSS की बैठक में पहुंचे मंत्री गोपाल भार्गव
यह है भाजपा का समर्पण निधि अभियान
- कुशाभाऊ ठाकरे की 100 वी जयंती कार्यक्रम को पर्व के रूम में मना रही है. जिकसे लिए पार्टी ने जन सहयोग से राशि इकट्ठा कर रही है. इस राशि को समर्पण निधि कहा जा रहा है.
- पार्टी के लिए कार्यकर्ता लोगों से सहयोग राशि के तौर पर समर्पण निधि एकत्रित करेंगे.
- इसमें 100 रुपये से लेकर 10000 /- रुपये तक की समर्पण निधि की रसीद दी जाएगी.
- जबलपुर शहर को मिला है 10 करोड़ रुपये जमा करने का टारगेट मिला है.
- जबलपुर में अब तक 70 लाख रुपये एकत्रित हो चुके हैं.
- कार्यक्रम की कल भोपाल में भी होगी समीक्षा.
समर्पण निधि पर कमलनाथ का निशाना : भारतीय जनता पार्टी के समर्पण निधि अभियान पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने निशाना साधा है. उन्होंने इसे आगामी 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के फंड इकट्ठा करने का तरीका बताया है. कमलनाथ ने कहा भारतीय जनता पार्टी जनता के बीच पहुंचकर पैसे मांगने का नाटक कर रही है. इसके जरिए बीजेपी चुनाव लड़ने के फंड जमा कर रही हैं और समर्पण निधि इवेंट के जरिए जनता के बीच पहुंचने की कोशिश में है.