जबलपुर। हाईकोर्ट के निर्देश पर मदन महल पहाड़ी से विस्थापित लोगों को तिलहरी में जिला प्रशासन बसा रहा है. जांच में जिला प्रशासन ने पाया है कि इन विस्थापित परिवारों में करीब 60% तक ऐसे परिवार हैं, जो किराए का मकान लेकर रह रहे थे. इस मामले में कलेक्टर का कहना है कि पट्टे सिर्फ उन्हें मिलेंगे, जो कि इसके पात्र हैं और वहां रह रहे थे.
दरअसल मदन महल पहाड़ी में लोगों ने मकान बनाकर किराए पर दे दिए हैं और अब जबकि विस्थापन हो रहा है, तो यही लोग पट्टे मांगने के लिए सामने आ रहे हैं. कलेक्टर ने बताया कि अभी एक ही परिवार के 8 लोग पट्टे के लिए सामने आए हैं. कलेक्टर ने बताया कि जो लोग किराए से मदन महल पहाड़ी में रह रहे थे, अब उनके मकान मालिक पट्टा मांग रहे हैं.
कलेक्टर छवि भारद्वाज ने एडीएम अर्बन के नेतृत्व में एक टीम गठित की है, जो कि हर परिवार से बात कर जांच करेंगे कि वाकई में वो वहां रह रहे थे या नहीं. उन्होंने कहा कि जिन-जिन लोगों को पर्ची दी जा रही है, उनकी भी जांच की जा रही है कि वो अभी कहां रह रहे हैं और इनके पास अन्य और कोई मकान है या नहीं.