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Jabalpur lawyer suicide case अनुराग सहित चार के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया, जाने क्या है भेजे गए पत्रों के पीछे का षड़यंत्र - अनुराग सहित चार के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया

जबलपुर के चर्चित वकील हत्याकांड मामले में नया मोड़ आ गया है. हाईकोर्ट द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के बाद जो तस्वीर सामने आयी है. वह काफी चौंकाने वाली है. पुलिस ने तथ्यों की तह तक पहुंचते हुए भेजे गए दोनों पत्रों के मामले में मृतक अनुराग साहू, दो वकीलों तथा एक मुंशी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. इन लोगों के खिलाफ कूट रचित शिकायत करने का केस दर्ज किया गया है. जिसमें दोनों वकीलों और मुंशी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.(jabalpur high court lawyer suicide case police fir arrest) (Jabalpur lawyer suicide case)

Jabalpur lawyer suicide case
अनुराग सहित चार के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया
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Published : Oct 12, 2022, 7:46 PM IST

जबलपुर। अधिवक्ता अनुराग साहू द्धारा आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ आ गया है. दरअसल एक जमानत अर्जी की सुनवाई दौरान हाईकोर्ट को चोरी छिपे भेजे गये पत्र की जांच के उपरांत पुलिस ने दिवंगत अधिवक्ता अनुराग साहू व दो वकीलों सहित एक मुंशी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. (Jabalpur lawyer suicide case) (jabalpur high court lawyer suicide case police fir arrest)

क्या है पूरा घटनाक्रमः एक महिला आरक्षक की शिकायत पर टीआई संदीप अयाची के खिलाफ दुराचार का प्रकरण दर्ज हुआ था. उक्त मामले में गिरफ्तार संदीप अयाची की ओर से हाईकोर्ट में जमानत अर्जी पेश की गई थी. याचिका की सुनवाई के दौरान एकलपीठ ने पाया कि आवेदक को जमानत का लाभ नहीं मिले. इसके लिए हाईकोर्ट को दो पत्र भेजे गये है. एकलपीठ ने उक्त पत्रों की जांच पुलिस से करवाने के निर्देश 30 सितंबर को जारी थे. आवेदक के अधिवक्ता अनुराग साहू ने 30 सितंबर को घर में आत्महत्या कर ली थी. (police registered case four including anurag)

जबलपुर हाईकोर्ट वकील ने किया सुसाइड, टिप्पणी से व्यथित होने का आरोप, अधिवक्ता भड़के, कोर्ट में तोड़फोड़, आग लगाई

वकीलों ने किया था उग्र प्रदर्शनः आत्महत्या की घटना के विरोध में आक्रोशित अधिवक्ताओं ने हाईकोर्ट परिसर में लाश रखकर प्रउग्र प्रदर्षन किया था. एक सीनियर एडवोकेट के चैम्बर में भी आग लगा दी थी. उक्त मामले में पुलिस ने दो प्रकरणों में अगल-अलग 50 से अधिक अज्ञात वकीलों के खिलाफ आगजनी व शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने का केस दर्ज किया था. साथी अधिवक्ता के साथ घटित हुई घटना के विरोध में दो दिन तक अधिवक्ताओं ने अदालती कार्य से विरत रहकर अपना विरोध जताया था. इसके अलावा इस मामले की जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग की थी. (know what is conspiracy behind the letters) (jabalpur high court lawyer suicide case police fir arrest)

आत्महत्या साक्ष्य पुलिस ने एकत्र किएः इसके बाद पुलिस ने आत्महत्या मामले की जांच पड़ताल शुरु की. घटना के साक्षियों के बयान लेते हुए वीडियो फुटेज एकत्र भी किए. जांच दौरान पुलिस ने पाया कि जमानत सुनवाई के लिए प्रारंभ में संदीप आयाची की पत्नी ने अधिवक्ता अनुराग साहू को नियुक्त किया था. इसके बाद वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त को मुख्य अधिवक्ता के रूप में नियुक्त किया गया. हाईकोर्ट में जमानत के मामले में 25 लाख की घूस के संबंध में शिकायतकर्ता पीड़िता के नाम से दो पत्र भेजे गये थे. जांच दौरान पाया गया कि शिकायतकर्ता महिला आरक्षक को कोई पत्र नहीं भेजे गये. यह कूट रचित शिकायत 26 सितंबर एवं 28 सितंबर 22 को अधिवक्ता स्व. अनुराग साहू एवं अधिवक्ता ओमकार पटेल द्वारा आपराधिक षड़यंत्र के तहत तैयार की गयी थी. (police registered case four including anurag) (Jabalpur lawyer suicide case)

दो अधिवक्ताओं द्वारा खुद पोस्ट किए गए थे पत्रः अधिवक्ता ओमकार पटेल ने अपने साथी अधिवक्ता शिव नारायण उर्फ पप्पू विश्वकर्मा एवं राजा चौधरी के साथ सिविक सेंटर पोस्ट आफिस जाकर शिव नारायण उर्फ पप्पू के माध्यम से पत्र पोस्ट किया था. दूसरा पत्र भी अधिवक्ता ओमकार पटेल व राजा चौधरी द्वारा रेलवे स्टेशन जबलपुर पोस्ट आफिस से पोस्ट की गयी. घटना स्थल सिविल लाईन थानान्तर्गत होने पर बुधवार को स्व. अनुराग साहू उम्र 46 वर्ष निवासी झंडा चौक जयप्रकाश नगर थाना अधारताल, ओमकार पटेल उम्र 40 वर्ष निवासी रामपुर रेलवे पानी टंकी के पास पटेल मोहल्ला थाना गोरखपुर, 3 शिवनारायण उर्फ पप्पू विश्वकर्मा उम्र 55 वर्ष निवासी छोटी ओमती पुल के पास थाना ओमती, राजा चौधरी उम्र 41 वर्ष निवासी बल्दीकोरी की दफाई थाना घमापुर के विरूद्ध धारा 182, 419, 420, 465, 468, 469, 471, 500, 120 बी के तहत केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने अनुराग के अलावा सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. (high court lawyer suicide case police fir arrest)

जबलपुर। अधिवक्ता अनुराग साहू द्धारा आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ आ गया है. दरअसल एक जमानत अर्जी की सुनवाई दौरान हाईकोर्ट को चोरी छिपे भेजे गये पत्र की जांच के उपरांत पुलिस ने दिवंगत अधिवक्ता अनुराग साहू व दो वकीलों सहित एक मुंशी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. (Jabalpur lawyer suicide case) (jabalpur high court lawyer suicide case police fir arrest)

क्या है पूरा घटनाक्रमः एक महिला आरक्षक की शिकायत पर टीआई संदीप अयाची के खिलाफ दुराचार का प्रकरण दर्ज हुआ था. उक्त मामले में गिरफ्तार संदीप अयाची की ओर से हाईकोर्ट में जमानत अर्जी पेश की गई थी. याचिका की सुनवाई के दौरान एकलपीठ ने पाया कि आवेदक को जमानत का लाभ नहीं मिले. इसके लिए हाईकोर्ट को दो पत्र भेजे गये है. एकलपीठ ने उक्त पत्रों की जांच पुलिस से करवाने के निर्देश 30 सितंबर को जारी थे. आवेदक के अधिवक्ता अनुराग साहू ने 30 सितंबर को घर में आत्महत्या कर ली थी. (police registered case four including anurag)

जबलपुर हाईकोर्ट वकील ने किया सुसाइड, टिप्पणी से व्यथित होने का आरोप, अधिवक्ता भड़के, कोर्ट में तोड़फोड़, आग लगाई

वकीलों ने किया था उग्र प्रदर्शनः आत्महत्या की घटना के विरोध में आक्रोशित अधिवक्ताओं ने हाईकोर्ट परिसर में लाश रखकर प्रउग्र प्रदर्षन किया था. एक सीनियर एडवोकेट के चैम्बर में भी आग लगा दी थी. उक्त मामले में पुलिस ने दो प्रकरणों में अगल-अलग 50 से अधिक अज्ञात वकीलों के खिलाफ आगजनी व शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने का केस दर्ज किया था. साथी अधिवक्ता के साथ घटित हुई घटना के विरोध में दो दिन तक अधिवक्ताओं ने अदालती कार्य से विरत रहकर अपना विरोध जताया था. इसके अलावा इस मामले की जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग की थी. (know what is conspiracy behind the letters) (jabalpur high court lawyer suicide case police fir arrest)

आत्महत्या साक्ष्य पुलिस ने एकत्र किएः इसके बाद पुलिस ने आत्महत्या मामले की जांच पड़ताल शुरु की. घटना के साक्षियों के बयान लेते हुए वीडियो फुटेज एकत्र भी किए. जांच दौरान पुलिस ने पाया कि जमानत सुनवाई के लिए प्रारंभ में संदीप आयाची की पत्नी ने अधिवक्ता अनुराग साहू को नियुक्त किया था. इसके बाद वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त को मुख्य अधिवक्ता के रूप में नियुक्त किया गया. हाईकोर्ट में जमानत के मामले में 25 लाख की घूस के संबंध में शिकायतकर्ता पीड़िता के नाम से दो पत्र भेजे गये थे. जांच दौरान पाया गया कि शिकायतकर्ता महिला आरक्षक को कोई पत्र नहीं भेजे गये. यह कूट रचित शिकायत 26 सितंबर एवं 28 सितंबर 22 को अधिवक्ता स्व. अनुराग साहू एवं अधिवक्ता ओमकार पटेल द्वारा आपराधिक षड़यंत्र के तहत तैयार की गयी थी. (police registered case four including anurag) (Jabalpur lawyer suicide case)

दो अधिवक्ताओं द्वारा खुद पोस्ट किए गए थे पत्रः अधिवक्ता ओमकार पटेल ने अपने साथी अधिवक्ता शिव नारायण उर्फ पप्पू विश्वकर्मा एवं राजा चौधरी के साथ सिविक सेंटर पोस्ट आफिस जाकर शिव नारायण उर्फ पप्पू के माध्यम से पत्र पोस्ट किया था. दूसरा पत्र भी अधिवक्ता ओमकार पटेल व राजा चौधरी द्वारा रेलवे स्टेशन जबलपुर पोस्ट आफिस से पोस्ट की गयी. घटना स्थल सिविल लाईन थानान्तर्गत होने पर बुधवार को स्व. अनुराग साहू उम्र 46 वर्ष निवासी झंडा चौक जयप्रकाश नगर थाना अधारताल, ओमकार पटेल उम्र 40 वर्ष निवासी रामपुर रेलवे पानी टंकी के पास पटेल मोहल्ला थाना गोरखपुर, 3 शिवनारायण उर्फ पप्पू विश्वकर्मा उम्र 55 वर्ष निवासी छोटी ओमती पुल के पास थाना ओमती, राजा चौधरी उम्र 41 वर्ष निवासी बल्दीकोरी की दफाई थाना घमापुर के विरूद्ध धारा 182, 419, 420, 465, 468, 469, 471, 500, 120 बी के तहत केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने अनुराग के अलावा सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. (high court lawyer suicide case police fir arrest)

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