जबलपुर। एक तरफ जनता को बिजली जलाने पर बड़े-बड़े बिल मिलते हैं. साथ ही अगर कोई गरीब बिजली की चोरी कर लेता है तो उसको सालों बिजली विभाग और कोर्ट के चक्कर काटने पड़ते हैं. शायद यही चोरी करने वालों के साथ होना भी चाहिए, लेकिन यह बात खुद बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों पर लागू नहीं होती. (jabalpur officials khud kar rahe bijali chori)
जाने बिजली चोरी की कहानीः बीते एक हफ्ते पहले बिजली कार्यालय तो छोड़िए खुद विद्युत विभाग के आला अधिकारियों के यहां चोरी की लाइट जलती पाई गई थी. चोरी की लाइट जलाने पर कांग्रेस के तरफ से एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी. एक बार फिर कांग्रेस नेताओं ने बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा बिजली चोरी का मामला उजागर किया है. इस बार कांग्रेस नेता मेडिकल स्थित पावर हाउस पहुंचे जहां उन्होंने चोरी खुलासा किया. उन्होंने दिखाया किस तरह अधिकारी मीटर में छेड़छाड़ कर चोरी की बिजली से अपना कार्यालय रोशन कर रहे है. पावर हाउस कार्यालय में मीटर महज नाम के लिए लगा हुआ है. जबकि बिजली मीटर में सप्लाई से पहले ही तार में जॉइंट लगाकर ऑफिस को रोशन किया गया है. जब पावर हाउस द्वारा बिजली चोरी पकड़ी गई तो जिम्मेदार अधिकारी जवाब दे रहे हैं कि कल शाम को तार जल गया था. जिसकी वजह से उनको ऑफिस का काम चलाने के लिए डायरेक्ट लाइट जलानी पड़ी थी. इसके बाद हालांकि अधिकारी जांच की बात भी कर रहे हैं. संभवत साहब की यह दलील किसी के गले नहीं उतरेगी जो यह बिजली चोरी पकडे़ जाने पर दे रहे हैं. (jabalpur jane bijali chori ki kahani) (mp jabalpur bijali chori department )