जबलपुर। आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने गुरुवार सुबह रिटायर्ड प्रभारी जनपद सीईओ के घर पर रेड मारी है. प्रारंभिक कार्रवाई में ही रिटायर्ड सीईओ के पास से लाखों रुपए की बेनामी संपत्ति होने का खुलासा हुआ है. ईओडब्ल्यू की टीम ने एक साथ जबलपुर-मंडला और भोपाल में छापा मारा है. रिटायर्ड सीईओ का नाम नागेंद्र यादव है जिसने लाखों रुपए की संपत्ति अर्जित कर रखी है. मामले की जानकारी के बाद लगातार कार्रवाई की जा रही है.
नौकरी के दौरान कमाए करीब एक करोड़ रुपए
जानकारी के मुताबिक, प्रभारी जनपद सीईओ नागेंद्र यादव ने पूरी नौकरी के दौरान करीब 11 लाख रुपए कमाए हैं, लेकिन जब ईओडब्ल्यू की टीम ने जांच की तो पाया कि अभी तक इनके पास 97 लाख रुपए की संपत्ति है. नागेंद्र यादव ने जबलपुर, भोपाल और मंडला में भी अपने घर बना रखें हैं. आरोपी आदिवासी विभाग के एक छोटे से पद में था. उसने जुगाड़ से मंडला में प्रभारी जनपद सीईओ का चार्ज कई सालों तक अपने पास रखा था. इसी दौरान आरोपी ने बेनामी संपत्ति अर्जित की.
किराए के मकान में रहता था आरोपी
रिटायर्ड जनपद सीईओ नागेंद्र यादव इतना शातिर हैं कि उसने एक बड़ा बंगला 40 हजार रुपए प्रतिमाह किराए पर दे दिया था, और खुद 10 हजार रुपए के मकान में किराए से रह रहा था. जानकारी के मुताबिक, प्रभारी सीईओ रहे नागेंद्र यादव की दो बेटी हैं, एक बेटी पीएससी की तैयारी जबलपुर में रहकर कर रही है तो दूसरी बेटी का विवाह हो चुका है.
तीनों ठिकानों पर होगी जांच
आर्थिक अपराध शाखा की एक टीम ने जबलपुर के तिलहरी स्टेट थीम पार्क में छापा मारा है, और कार्रवाई भी शुरू कर दी है. इस दौरान नागेंद्र यादव भी ईओडब्ल्यू की टीम के साथ हैं. जबलपुर में कार्रवाई होने के बाद टीम मंडला रवाना होगी, जहां पर भी उनकी संपत्ति की जांच की जाएगी. इसके अलावा भोपाल में स्थित मकान की भी ईओडब्ल्यू ने जांच शुरू कर दी है.