जबलपुर। संस्कारधानी के नाम से मशहूर महाकौशल का केंद्र जबलपुर अब क्राइम धानी बनता जा रहा है. जहां अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि उन्हें किसी का डर ही नहीं है. बीते अगस्त माह में अपराधी वारदातों को अंजाम देते रहे और पुलिस लकीर के फकीर की तरह अंधेरे में ही लाठी पीटती रही. महज अगस्त के महीने में ही हत्या, लूट, और दुष्कर्म के दर्जनों मामले जबलपुर में दर्ज हुए.
जबलपुर शहर में गढ़ा पुलिस थाना क्षेत्र अपराथ के मामले में नंबर वन रहा. यहां एक महीने में दो हत्याएं और तीन हत्या के प्रयास के साथ चाकूबाजी की पांच वारदातें सामने आई. इसमें जमतरा में रेलवे गैंगमैन की कुल्हाड़ी मारकर हत्या की घटना दिल दहलाने वाली थी.
जबलपुर में अगस्त माह का क्राइम रेट
- 7 हत्या के मामले दर्ज हुए
- 12 दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए
- 1 गैंगरेप का मामला सामने आया
- लड़कियों से छेड़छाड़ की 11 घटनाएं
- 7 लोगों के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया गया
- 11 हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज की गई
- 40 चोरी की रिपोर्ट अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए
नशे का भी बढ़ रहा कारोबार
जबलपुर में केवल केवल क्राइम ही नहीं बढ़ रहा है बल्कि नशे का कारोबार भी तेजी से फलफूल रहा है. पूरे शहर में कई स्थानों पर अवैध शराब की बिक्री हो रही, तो अन्य नशीलें पदार्थ भी पुलिस की नजर से छुपाकर बेचे जा रहे हैं. अगस्त महीने में जबलपुर शहर से पुलिस ने
- 138 ग्राम स्मैक जब्त की
- 60 किलो गांजा पकड़ा
- 3026 नशीले इंजेक्शन पकड़े
- 3950 पेटी अवैध शराब पकड़ी
बढ़ते क्राइम पर कांग्रेस का निशाना
विपक्षी पार्टी कांग्रेस बीजेपी सरकार और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती दिख रही है. कांग्रेस नेता द्वारिका यादव ने कहा अपराध रोकने में जबलपुर की पुलिस पूरी तरह फैल है. जब से प्रदेश में बीजेपी का सरकार बनी है तभी से अपराध तेजी से बढ़ रहा है. जिसमें जबलपुर शहर सबसे आगे है. जबलपुर में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है. अपराधी खुलेआम वारदात को अंजाम दे रहे हैं. लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है.
गिरफ्तार किए जा रहे अपराधीः एसपी
बीते 1 महीनें की इन तमाम वारदातों पर जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा का बयान भी सामने आया. ईटीवी भारत से एसपी ने कहा कि निश्चित रूप से अपराथ तो बड़ा है. लेकिन पुलिस ने ज्यादातर वारदातों का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार सर्जिंग ऑपरेशन चला रही है. जो भी घटनाएं हाल-फिलहाल में घटी है. उन सभी जांच चल रही है.
पुलिस कुछ भी कहे लेकिन जिस तरह से अपराध जबलपुर में बढ़ रहा है, वह चिंता का कारण तो है. इतने बड़े शहर में अपराधियों को पुलिस का डर नहीं, क्योंकि जब अगस्त के महीने में ही अपराध चरम सीमा पर पहुंच गया तो सालभर में जबलपुर में क्राइम का रेट क्या होगा इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं. लिहाजा अब पुलिस को सख्त कदम उठाने की जरुरत है. ताकि जबलपुर में बढ़ते क्राइम पर रोक लगाई जा सके.