जबलपुर। भारत में प्रकृति की एक से बढ़कर एक अनमोल धरोहर मौजूद है, जिसे देखकर न सिर्फ आपको प्रकृति की विशालता का अहसास होता है, बल्कि उसकी खूबसूरती का भी अनुवभ होता है, हिंदुस्तान के हृदयस्थल यानी संस्कारधानी में भी प्रकृति की ऐसी ही अद्भुत धरोहर है, जो अपने आप में अनूठी है और प्रकृति को मानव संस्कृति के करीब होने का अनुभव कराती है, ऐसा ही पर्यटन स्थल है भेड़ाघाट, जो संगमरमर की वादियों से घिरा है, और जलीय क्षेत्र मां नर्मदा के विभिन्न स्वरूपों से ओतप्रोत है.
कोरोना काल में डराती हैं ऐसी तस्वीरें
दुनिया में कोरोना (Corona) की दूसरी लहर कम होते ही लोग एक बार फिर लापरवाह नजर आने लगे हैं, कहीं लोगों की ये लापरवाही फिर से भरी न पड़ जाए, जहां एक्सपर्ट तीसरी लहर को लेकर आशंका जता रहे हैं, वहीं लोकप्रिय पर्यटन स्थल से जो तस्वीर सामने आई है वह डराने वाली तस्वीरें हैं.
भेड़ाघाट पर दिखी भारी भीड़
लंबे वक्त तक घर में रहकर जो लोग परेशान हो चुके थे, वे कोरोना (Corona) का प्रकोप कुछ कम होने के बाद अब इन पर्यटन स्थलों पर पहुंच गए हैं, जिसकी वजह से विश्व प्रसिद्ध भेड़ाघाट (Bhedaghat) में और जबलपुर सभी पर्यटन स्थलों पर खूब भीड़ जमा हो गई है, जिसमें कोरोना से बचाव के लिए बनाए गए प्रोटोकॉल का बिल्कुल भी पालन नहीं हो रहा है.
गाइडलाइन की उड़ाई जा रही धज्जियां
कोरोना वायरस (Corona Virus) के नियमों का उल्लंघन करने वाली आम जनता ही महामारी की तीसरी लहर के लिए जिम्मेदार है, देशभर के विभिन्न शहरों के बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर भारी भीड़ के साथ ही हिल स्टेशनों पर भी कोविड के मानदंडों का उल्लंघन करते हुए लोगों का हुजूम देखने को मिल रहा है, भारत में ज्यादातर लोगों का मानना है कि तीसरी लहर होने पर आम जनता जिम्मेदार होगी.
माधवराव सिंधिया कॉलेज में उड़ीं कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां, बिना मास्क के दिखे छात्र
कोरोना संक्रमण को लेकर सैलानी जमकर लापरवाही बरत रहे हैं, जहां भेड़ाघाट में आने जाने वाले सैलानी बिना मास्क के घूम रहे हैं, जिससे यहां आने वालों पर संक्रमण का खतरा बना हुआ है.