जबलपुर। पूरा विश्व इस समय कोरोनावायरस नामक महामारी से लड़ रहा है. लेकिन अभी तक इसकी कोई वैक्सीन या दवाई नहीं बन पाई है. ऐसे में प्लाज्मा थेरेपी इसके इलाज में एक कारगर विकल्प के रूप में काम कर रही है. यही कारण है कि कलेक्टर ने जिले में भी प्लाज्मा थेरेपी के उपयोग की अनुमति दे दी गई है. जिसके चलते कोरोना से ठीक हुए लोगों से प्लाज्मा दान करने के लिए अपील की जा रही है.
प्लाज्मा थैरपी के माध्यम से ज्यादा गंभीर मरीजों को बचाया जा सकता है. जिसके चलते जिला प्रशासन ने प्लाज्मा थेरेपी की अनुमति दे दी है. जल्दी ही जबलपुर में प्लाज्मा थेरेपी शुरू हो जाएगी. इसके लिए जिला प्रशासन ने ठीक हुए 600 से ज्यादा मरीजों से संपर्क करना शुरू कर दिया है. इनमें से जो लोग प्लाज्मा दान करना चाहेंगे, उनकी लिस्ट बनाई जाएगी. साथ ही लोगों को इस बात के लिए मोटिवेट किया जा रहा है कि वे प्लाज्मा दान करके दूसरे मरीजों के लिए जीवन दान दें.
इसमें पेंच भी है
जिला प्रशासन ने अब कुछ निजी अस्पतालों को भी कोरोनावायरस के टेस्ट करने की अनुमति दे दी है, लेकिन अभी भी सीरोलॉजी कल टेस्ट शुरू नहीं हुआ है और जब तक सेरोलॉजिकल टेस्ट शुरू नहीं होता है, तब तक प्लाज्मा थेरेपी नहीं की जा सकती है.
जिले में कोरोनावायरस के पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या अब तक 1 हजार 34 हो गई है, जिसमें से 304 मरीज अभी भी आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं. जबकि 24 लोगों की कोरोना के चलते मौत भी हो चुकी है. यही वजह है कि प्रशासन ने प्लाज्मा थेरेपी की अनुमति दे दी है, जिससे मरीजों की जान बचाई जा सके.