जबलपुर। बरगी इलाके में खेत में बनी झोपड़ी में आग लगने से झोपड़ी में सो रहे किसान दंपति की जलकर (tribal couple murder mystery) मौत हो गई. घटना स्थल से पति-पत्नी के अधजले शव भी मिले हैं. आग से झोपड़ी पूरी तरह जल गई है, लेकिन इलाके के लोग घटना को सदिग्ध मान रहे हैं. झोपड़ी में आग लगने पर दोनों लोगों ने भागने की कोशिश क्यों नहीं की. ठंड के मौसम में झोपड़ी में आग कैसे लगे. पुलिस भी मामले को संदिग्ध मानकर इसी एंगल से जांच करने में जुटी है. वहीं कांग्रेस ने (congress slams on shivraj) पूरे मामले को सोची समझी साजिश बताते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
मौके पर पहुंची FSL की टीम, जांच शुरू
जबलपुर के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के मुताबिक, पुलिस को सुबह इस बात की सूचना मिली थी कि बरगी के चौरई गावं में खेत में बनी झोपड़ी में आग लगने और इस आग में जलकर दो लोगों की मौत हो गई है. घासफूस से बनी इस झोपड़ी में 60 साल के सुमेर सिंह कुलस्ते और उनकी 55 साल की पत्नी सिया बाई सो रहे थे. दोनों की जलकर मौत हो गई. मौके से दोनों की अधजली लाश भी मिली है. पुलिस ने पंचनामा कर दोनों बॉडीज को पीएम के लिए भेज दिया है. पुलिस अधीक्षक के मुताबिक झोपड़ी में आग शॉर्ट सर्किट या किसी और वजह से लगी है इसकी जांच की जा रही है.
कांग्रेस ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
पहली नजर में पूरा मामला संदिग्ध नजर आता है. बरगी के कांग्रेस विधायक संजय यादव ने मामले की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है. कांग्रेस विधायक का कहना है कि यह घटना बेहद वीभत्स है, जिस तरह से बुजुर्ग दंपत्ति की चलकर मौत हुई है यह साजिश भी सकती है. उन्होंने इस बात की भी आशंका जताई कि हो सकता है कि वजह से परेशान बुजुर्ग दंपत्ति ने झोपड़ी में आग लगाकर आत्महत्या की हो या फिर किसी ने उनकी हत्या करने के बाद झोपड़ी में आग लगाकर पूरे मामले को हादसे का रूप देने की कोशिश की हो. इसलिए कांग्रेस पूरे मामले की हाई लेवल इंक्वायरी चाहती है.
बुजुर्ग दंपत्ति के हैं दो बेटे, एक बेटी
मृतक किसान दंपति सुमेर एवं सिया बाई के दो बेटे एवं एक बेटी है. एक बेटा मंजू कुलस्ते अपनी ससुराल में ही रहता है. दूसरा बेटा संजय कुलस्ते काम के सिलसिले में बाहर रहता है. घटना के बाद से पूरे गांव में शोक की लहर है. फिलहाल पुलिस की जांच घटना के वजह पता लगाने के आसपास घूम रही है.