जबलपुर। मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और पाटन विधायक महाकौशल-विंध्य को मंत्री पद से अछूता करने को लेकर लगातार ट्वीट के माध्यम से अपनी ही सरकार को घेरने में जुटे हुए हैं. इधर पूर्व मंत्री के इस रवैया को देखते हुए गणतंत्र दिवस के बहाने शिवराज सिंह क्षेत्र में फैली नाराजगी को मरहम लगाने का प्रोग्राम बना रहे हैं. माना जा रहा है सीएम का ये प्रोग्राम क्षेत्र की उपेक्षा पर मरहम लगाने के लिए रखा गया है. हलांकि सीएम के जबलपुर आने को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है.
सीएम जबलपुर में 26 जनवरी को करेंगे ध्वजारोहण
जानकारी के मुताबिक सीएम 25 जनवरी की रात को जबलपुर आएंगे और रात्रि विश्राम करने के बाद 26 जनवरी को रविशंकर शुक्ल स्टेडियम में ध्वजारोहण करेंगे. बताया जा रहा है कि सीएम उस दिन भाजपा नेताओं से मुलाकात भी करेंगे.
पूर्व मंत्री की नाराजगी से भाजपा ने किया किनारा
अजय विश्नोई की नाराजगी से बीजेपी ने किनारा कर लिया है, जिस पर भाजपा नगर अध्यक्ष जीएस ठाकुर ने कहा है कि अजय विश्नोई सीनियर लीडर है और उन्हें जो भी सोशल मीडिया में लिखा है, वह कुछ सोच समझ कर ही लिखा होगा. अब ऐसे में उनके मैसेज को संगठन किस तरह से लेता है यह प्रदेश स्तर का मामला है.
कांग्रेस ने कसा सीएम के मरहम पर तंज
सीएम के कार्यक्रम की सूचना पर कांग्रेस ने भी भाजपा पर तंज कसना शुरू कर दिया है. कांग्रेस प्रदेश सचिव सौरभ शर्मा की मानें तो पूर्व मंत्री अजय विश्नोई की उपेक्षा करना और जयचंद नेताओं को मंत्री बनाया निश्चित रूप से महाकौशल के लिए दुख का विषय है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में जबलपुर से दो मंत्री थे, जबकि भाजपा ने महाकौशल से एक भी विधायक को मंत्री पद के लायक नहीं समझा. अब अजय विश्नोई की नाराजगी पर मरहम लगाने के लिए मुख्यमंत्री का जबलपुर आना निश्चित रूप से जनता की नाराजगी को जाहिर कर रही है.
राजनीति से जुड़ रहा सीएम का कार्यक्रम
जिस तरह से पिछले दिनों एक के बाद एक पूर्व मंत्री व पाटन विधायक अजय विश्नोई ने महाकौशल-विंध्य की उपेक्षा को लेकर ट्विटर के माध्यम से कई मैसेज अपने पोस्ट किए थे. साथ ही आम जनता और कार्यकर्ताओं में भी महाकौशल की हो रही उपेक्षा पर नाराजगी उठ रही थी. ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जबलपुर दौरे को राजनीति से जोड़कर देखा जाने लगा है.
कई विधायक हो सकते हैं शामिल
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे. वहीं इस कार्यक्रम के बहाने महाकौशल जिलों के विधायको को भी आमंत्रित किया जा सकता है. कार्यक्रम स्थल को लेकर भले ही अभी दो विकल्पों की चर्चा हो लेकिन सुरक्षा और बेहतर रोड कनेक्टिविटी के विकलेप पर रविशंकर शुक्ल स्टेडियम ही सही माना जा रहा है.
अजय विश्नोई का छलक चुका है दर्द
भाजपा के कद्दावर नेता और पाटन से विधायक अजय विश्नोई का महाकौशल क्षेत्र को मंत्रिमंडल में उचित प्रतिनिधित्व नहीं किए जाने पर नाराजगी कई बार देखी जा चुकी है. पूर्व मंत्री ने अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और लगातार अपनी पोस्ट से नाराजगी जताते रहे हैं, प्रदेश में बीजेपी सरकार के गठन और मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर नाराजगी व्यक्त की थी.