ETV Bharat / city

नोएडा रिश्वत कांड की जांच करेंगे भोपाल साइबर एसपी गुरकरण सिंह, जानें क्या है मामला

राज्य सायबर पुलिस जबलपुर में पदस्थ दो सब इंस्पेक्टर और एक आरक्षक को नोएडा जाकर आरोपी से बीस लाख रुपए की रिश्वत मांगने के मामले में राज्य सरकार ने तीनों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. इस पूरे मामले की जांच राज्य सरकार ने भोपाल एसपी गुरकरण सिंह को सौंपी हैं. जांच के सिलसिले में गुरु करण सिंह आज जबलपुर पहुंचे और वह अब यहां से जांच के लिए नोएडा जाएंगे.

भोपाल साइबर एसपी गुरकरण सिंह
भोपाल साइबर एसपी गुरकरण सिंह
author img

By

Published : Dec 22, 2020, 10:59 PM IST

जबलपुर: राज्य सायबर पुलिस जबलपुर में पदस्थ दो सब इंस्पेक्टर और एक आरक्षक को नोएडा जाकर आरोपी से बीस लाख रुपए की रिश्वत मांगने के मामले में राज्य सरकार ने तीनों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. इस पूरे मामले की जांच राज्य सरकार ने भोपाल एसपी गुरु करण सिंह को सौंपी हैं. जांच के सिलसिले में गुरु करण सिंह आज जबलपुर पहुंचे और वह अब यहां से जांच के लिए नोएडा जाएंगे.

नोएडा रिश्वत कांड जांच करेंगे भोपाल साइबर एसपी
नए सिरे से एसपी गुरकरण सिंह करेंगे जांच

आरोपी के पक्ष में रिपोर्ट लिखने के लिए दो एसआई पंकज साहू और राशिद सहित आरक्षक आसिफ ने 20 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी जिसको लेकर नोएडा में बीते दिनों जबलपुर सायबर सेल पुलिस का आरोपियों से विवाद हुआ और फिर जब नोएडा पुलिस ने जांच की तो पाया कि तीनों पुलिसकर्मी आरोपी हैं, जिन्हें जेल भेज दिया गया. इधर एसपी अंकित शुक्ला को जबलपुर से हटाने के बाद आज भोपाल एसपी गुरु करण सिंह जबलपुर पहुंचे, ईटीवी भारत से बात करते हुए गुरुकरण सिंह ने बताया कि रिश्वत कांड की जांच शुरू कर दी गई है किसने कहा कहां और किससे बात की है यह सब जांच के दायरे में आता है, अगले सप्ताह तक इस केस की जांच कर राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी.


रिश्वत मांगने और पिस्टल छीने जाने की जांच कर रही नोएडा पुलिस

भोपाल एसपी गुरुकरण सिंह ने बताया कि नोएडा पुलिस ने जबलपुर साइबर स्टेट में पदस्थ दो सब इंस्पेक्टर और एक आरक्षक को गिरफ्तार कर उन्हें न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है, वहीं अब मध्य प्रदेश सरकार ने भी इस पूरे मामले की नए सिरे से जांच के आदेश दिए हैं. एसपी के मुताबिक दोनों ही घटनाक्रम की जांच अभी नोएडा जाकर समझी जाएगी कि आखिर उस दौरान किस बात को लेकर विवाद हुआ था और कैसे घटनाक्रम का माहौल बना.


आरोपी पुलिस कर्मियों के साथ नोएडा गया आरक्षक से भी होगी पूछताछ

एसपी गुरुकरण सिंह ने बताया कि तीनों ही पुलिसकर्मियों के साथ इस केस से जुड़े मामले में नोएडा गए आरक्षक विजय जो कि इस रिश्वतकांड से दूर थे और नोएडा से वापस जबलपुर आ गए हैं उनसे भी इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पूछताछ की जाएगी माना जा रहा है कि दोषी पुलिस कर्मियों के साथ नोएडा गए आरक्षक से पूछताछ के दौरान कुछ अहम खुलासे हो सकते हैं.


IPS प्रियंका शुक्ला भी करेगी ग्रुपकरण सिंह की मदद

20 लाख रुपए की रिश्वत से जुड़े इस पूरे कांड में जांच करने भोपाल से जबलपुर पहुंचे एसपी गुरुकरण सिंह के सहयोग के लिए राज्य सरकार ने महिला आईपीएस प्रियंका दुबे को नियुक्त किया है, जो कि एसपी की स्थानीय स्तर पर मदद करेगी. बताया यह भी जा रहा है कि इस केस में कुछ महिलाएं भी जुड़ी हुई हैं.


जाने एक बार फिर से पूरा घटनाक्रम

रोजी बे ऐप के माध्यम से जबलपुर में रहने वाला एक युवक के साथ 55,000 रुपए की ठगी हुई थी, जिसकी जांच करने 17 दिसंबर को जबलपुर से सब इंस्पेक्टर पंकज साहू, सब इंस्पेक्टर राशिद परवेज, आरक्षक आसिफ और विजय नोएडा गए हुए थे, अगले दिन आरोपी के खातों को सीज ना करने के लिए उन्होंने रिश्वत की मांग जिसको लेकर आरोपी से साइबर सेल में पदस्थ पुलिस कर्मियों का विवाद हो गया. विवाद के दौरान दोनों पक्षों में मारपीट हुई और पुलिसकर्मियों की दो पिस्टल भी छीन ली गई, जिसकी शिकायत नोएडा के गौतमबुद्ध नगर थाने में करवाई गई थी. पुलिस कर्मियों की पिस्टल छीनने के मामले में जब नोएडा पुलिस ने जांच शुरू की तो जांच में पाया गया कि सब इंस्पेक्टर पंकज, राशिद और आरक्षक आसिफ ने आरोपी सूर्यभान से मामले को उसके पक्ष में करने के लिए 20 लाख की रिश्वत मांगी थी, जिसको लेकर यह पूरा विवाद उपजा था.

जबलपुर: राज्य सायबर पुलिस जबलपुर में पदस्थ दो सब इंस्पेक्टर और एक आरक्षक को नोएडा जाकर आरोपी से बीस लाख रुपए की रिश्वत मांगने के मामले में राज्य सरकार ने तीनों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. इस पूरे मामले की जांच राज्य सरकार ने भोपाल एसपी गुरु करण सिंह को सौंपी हैं. जांच के सिलसिले में गुरु करण सिंह आज जबलपुर पहुंचे और वह अब यहां से जांच के लिए नोएडा जाएंगे.

नोएडा रिश्वत कांड जांच करेंगे भोपाल साइबर एसपी
नए सिरे से एसपी गुरकरण सिंह करेंगे जांच

आरोपी के पक्ष में रिपोर्ट लिखने के लिए दो एसआई पंकज साहू और राशिद सहित आरक्षक आसिफ ने 20 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी जिसको लेकर नोएडा में बीते दिनों जबलपुर सायबर सेल पुलिस का आरोपियों से विवाद हुआ और फिर जब नोएडा पुलिस ने जांच की तो पाया कि तीनों पुलिसकर्मी आरोपी हैं, जिन्हें जेल भेज दिया गया. इधर एसपी अंकित शुक्ला को जबलपुर से हटाने के बाद आज भोपाल एसपी गुरु करण सिंह जबलपुर पहुंचे, ईटीवी भारत से बात करते हुए गुरुकरण सिंह ने बताया कि रिश्वत कांड की जांच शुरू कर दी गई है किसने कहा कहां और किससे बात की है यह सब जांच के दायरे में आता है, अगले सप्ताह तक इस केस की जांच कर राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी.


रिश्वत मांगने और पिस्टल छीने जाने की जांच कर रही नोएडा पुलिस

भोपाल एसपी गुरुकरण सिंह ने बताया कि नोएडा पुलिस ने जबलपुर साइबर स्टेट में पदस्थ दो सब इंस्पेक्टर और एक आरक्षक को गिरफ्तार कर उन्हें न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है, वहीं अब मध्य प्रदेश सरकार ने भी इस पूरे मामले की नए सिरे से जांच के आदेश दिए हैं. एसपी के मुताबिक दोनों ही घटनाक्रम की जांच अभी नोएडा जाकर समझी जाएगी कि आखिर उस दौरान किस बात को लेकर विवाद हुआ था और कैसे घटनाक्रम का माहौल बना.


आरोपी पुलिस कर्मियों के साथ नोएडा गया आरक्षक से भी होगी पूछताछ

एसपी गुरुकरण सिंह ने बताया कि तीनों ही पुलिसकर्मियों के साथ इस केस से जुड़े मामले में नोएडा गए आरक्षक विजय जो कि इस रिश्वतकांड से दूर थे और नोएडा से वापस जबलपुर आ गए हैं उनसे भी इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पूछताछ की जाएगी माना जा रहा है कि दोषी पुलिस कर्मियों के साथ नोएडा गए आरक्षक से पूछताछ के दौरान कुछ अहम खुलासे हो सकते हैं.


IPS प्रियंका शुक्ला भी करेगी ग्रुपकरण सिंह की मदद

20 लाख रुपए की रिश्वत से जुड़े इस पूरे कांड में जांच करने भोपाल से जबलपुर पहुंचे एसपी गुरुकरण सिंह के सहयोग के लिए राज्य सरकार ने महिला आईपीएस प्रियंका दुबे को नियुक्त किया है, जो कि एसपी की स्थानीय स्तर पर मदद करेगी. बताया यह भी जा रहा है कि इस केस में कुछ महिलाएं भी जुड़ी हुई हैं.


जाने एक बार फिर से पूरा घटनाक्रम

रोजी बे ऐप के माध्यम से जबलपुर में रहने वाला एक युवक के साथ 55,000 रुपए की ठगी हुई थी, जिसकी जांच करने 17 दिसंबर को जबलपुर से सब इंस्पेक्टर पंकज साहू, सब इंस्पेक्टर राशिद परवेज, आरक्षक आसिफ और विजय नोएडा गए हुए थे, अगले दिन आरोपी के खातों को सीज ना करने के लिए उन्होंने रिश्वत की मांग जिसको लेकर आरोपी से साइबर सेल में पदस्थ पुलिस कर्मियों का विवाद हो गया. विवाद के दौरान दोनों पक्षों में मारपीट हुई और पुलिसकर्मियों की दो पिस्टल भी छीन ली गई, जिसकी शिकायत नोएडा के गौतमबुद्ध नगर थाने में करवाई गई थी. पुलिस कर्मियों की पिस्टल छीनने के मामले में जब नोएडा पुलिस ने जांच शुरू की तो जांच में पाया गया कि सब इंस्पेक्टर पंकज, राशिद और आरक्षक आसिफ ने आरोपी सूर्यभान से मामले को उसके पक्ष में करने के लिए 20 लाख की रिश्वत मांगी थी, जिसको लेकर यह पूरा विवाद उपजा था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.