इंदौर। रामनवमी के दिन खरगोन में हिंसा हुई था, जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था. बेहतर इलाज के लिए उसे इंदौर के निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है. 36 घंटे बीतने के बाद भी युवक को होश नहीं आया है. डॉक्टरों की टीम शिवम की देखभाल कर रही है. वहीं परिजनों ने इस पूरे मामले में दोषियों पर उचित कार्रवाई की मांग की है.
36 घंटे बीत जाने के बाद भी हालत में सुधार नहीं: परिजनों ने बताया कि घटना के दौरान शिवम और उसका परिवार घर के बाहर बैठा था. तभी हंगामे की आवाज आना शुरू हुई. वह लोग कुछ समझ पाते कि सामने से पत्थर बरसने लगे, जिसके कारण शिवम के सिर में कई गंभीर चोटें आई हैं. घटना के 36 घंटे बीत जाने के बाद भी शुभम की हालत में किसी तरह का सुधार नहीं है.
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17 अप्रैल को है शिवम की बहन की शादी: शिवम मूल रूप से खरगोन से तकरीबन 100 किलोमीटर दूर नरसीपुर का रहने वाला है. वह अपने मामा के घर रहकर आईआईटी से कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहा है. उसकी बहन की 17 अप्रैल को शादी होनी है. परिजन शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे तभी यह घटना घट गई. फिलहाल अब युवक के जल्द होश में आने की परिजन भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं.
हड्डियां टूट कर ब्रेन में घुसी : शुरुआत में शिवम को गोली लगने की बात सामने आई थी. जब डॉक्टरों ने चेकअप किया तो सिर में एक घाव नजर आया. लेकिन घाव इतना गहरा था कि कुछ हड्डियां टूट कर ब्रेन में जा घुसी, जिसे ऑपरेशन के बाद निकाला गया. फिलहाल अब वह वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा है. परिजनों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इलाज में मदद करने की गुहार लगाई है.
(Youth injured in khargone violence)