इंदौर। नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों की घोषणा होते ही अब क्षेत्रीय नेताओं को अपने मतदाताओं की याद आने लगी है. स्थिति यह है कि कल तक जल संकटग्रस्त जिन क्षेत्रों में पानी की त्राहि-त्राहि मची थी, वहां अब सरपंच और पार्षद पद के संभावित दावेदार खुद के टैंकरों से पानी बांटने पहुंच रहे हैं. नेताओं को उम्मीद है कि जिस तरह से आज वे मतदाताओं की मदद कर रहे हैं, उसी तरह मतदाता भी चुनाव जिताकर उनकी मदद करेंगे. ऐसे में हालत यह है कि एक ही वार्ड में तीन तीन पानी के टैंकर पहुंच रहे हैं.(Water distributed by Tankers)
मतदाताओं को रिझाने की कोशिश: विभिन्न क्षेत्रों में चुनाव के तरह-तरह के समीकरण बने हुए हैं. ऐसे में सभी संभावित दावेदारों की कोशिश है कि यदि अपने मतदाताओं को मना लिया गया तो चुनाव में सफलता जरूर मिल सकती है. ऐसे में मतदाताओं के लिए जिसे जो करने का मौका मिल रहा है वे कर रहे हैं. शहर के वार्ड क्रमांक 35 में आलम यह है कि यहां भाजपा की संभावित प्रत्याशी सरिता यादव ने नगर निगम द्वारा निशुल्क पानी सप्लाई के लिए टैंकर लगा दिए हैं, जो घर-घर जाकर पानी की सप्लाई कर रहे हैं. यही स्थिति इसी वार्ड के संभावित कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष सोलंकी की है जिन्होंने अपने निजी खर्चे पर टैंकर तैयार करवा रखे हैं.
एक वार्ड में दो अलग-अलग पार्टियों के टैंकर: जिन वार्डों से आए दिन पानी न मिलने की शिकायत आती थी वहां अब टैंकरों के जरिए नेताजी जनता को मुफ्त में पानी पिला रहे हैं. इस स्थिति को देखकर मतदाता भी हैरान है कि अब तक बार-बार फोन लगाने पर उनकी फरियाद नहीं सुनी जाती थी, लेकिन अब अलग-अलग पार्टियों के नेता उन्हें पानी ही नहीं बल्कि अन्य जरूरतों पर भी हर संभव मदद के लिए तैयार हैं. यह मामला तब और ज्यादा रोचक हुआ जब नगर निगम के हाइड्रेंट से दोनों दलों नेता टैंकर भरने के बाद एक ही इलाके में पानी बांटने पहुंचे.
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फिलहाल मतदाताओं की हो रही मौज: नगर निगम द्वारा पहले से ही प्रति वार्ड में करीब 6 टैंकर पानी पहुंचाने के लिए तैनात किए गए हैं. इसके अलावा अब वार्ड से चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदारों ने निजी स्तर पर भी पानी सप्लाई के लिए टैंकर अरेंज किए हैं. जिस कारण कई वार्डों में पानी सप्लाई के लिए आए वाले टैंकरों की भरमार हो गई है. इस स्थिति में कुछ दिन पहले एक एक बाल्टी पानी के लिए परेशान होने वाले लोगों की भी मौज हो गई है. वे अब घर के सारे बर्तन और टैंक भी टैंकरों से ही भर रहे हैं.