इंदौर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(PM Narendra Modi) ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात (Man Ki Baat) में इंदौर की जमकर तारीफ की. पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश के सबसे ज्यादा स्वच्छ शहरों की लिस्ट में लगातार नंबर वन आने के बाद अब इंदौर वाटर प्लस शहर बन गया है. पीएम (PM Narendra Modi) ने कहा कि जब भी स्वच्छ भारत अभियान की बात आती है तो (Man Ki Baat) इंदौर का नाम सबसे पहले आता है. क्योंकि इंदौर ने स्वच्छता के बारे में अपनी एक पहचान बनाई है. इसके लिए इंदौर की जनता बधाई की पात्र है.
Man Ki Baat: मन की बात में इंदौर की तारीफ
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि इंदौर कई सालों से 'स्वच्छ भारत रैंकिंग' में पहले नंबर पर बना हुआ है. अब इंदौर के लोग इस रैंकिंग से ही संतुष्ट नहीं हैं, वे वे आगे बढ़ना चाहते हैं, कुछ नया करना चाहते हैं. उन्होंने (Man Ki Baat)अब ठान लिया है कि इंदौर शहर को वाटर प्लस सिटी बनाना है. शहर की सरस्वती और कान्ह नदियों में गिरने वाला गंदे पानी में सुधार हुआ है।
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Man Ki Baat: इंदौर के लोगों में सफाई को लेकर नया नजरिया है
वाटर प्लस सिटी ऐसा शहर जहां बिना ट्रीटमेंट के कोई भी सीवेज किसी सार्वजनिक जल स्त्रोत में नहीं डाला जाता. यहां के लोगों ने खुद आगे आकर अपनी नालियों को सीवर लाइन से जोड़ा है. इस वजह से सरस्वती और कान्ह नदियों में गिरने वाला गंदा पानी काफी कम हुआ है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज जब हमारा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो हमें ये याद रखना है कि स्वच्छ भारत अभियान के संकल्प को हमें कभी भी धीरे नहीं पड़ने देना है.
Man Ki Baat: कुछ महीने पहले हुआ था सर्वे
कुछ महीने हुए वाटर प्लस रैंकिंग के सर्वे में इंदौर को सबसे मजबूत दावेदार माना जा जा रहा था, लेकिन फिर भी प्रतिस्पर्था काफी कड़ी थी. इस सर्वे के लिए दूषित जल प्रबंधन को लेकर केंद्र सरकार की टीम सर्वे करने के लिए इंदौर पहुंची थी. टीम ने कम्युनिटी टॉयलेट पब्लिक टॉयलेट (सीटीपीटी) के साथ 11 पैरामीटर पर सर्वे किया था. 11 पैरामीटर्स पर करीब 200 लोकेशन देखने के बाद इंदौर को वाटर प्लस सर्टिफिकेट दिया गया है.
Man Ki Baat: इंदौर नगर निगम ने की नाला टैपिंग
देश के किसी शहर में अपने तरह के इस प्रयोग के लिए इंदौर नगर निगम ने 300 करोड़ रुपए में नाला टैपिंग कर दोनों नदियों और 27 नालों को सीवर मुक्त करने का काम किया गया. इसके लिए शहर के पांच हजार से ज्यादा परिवारों ने 20 करोड़ खर्च कर नाले में सीधे गिरने वाले आउटफॉल को बंद कर ड्रेनेज लाइन में कनेक्शन लिया.