इंदौर। इंदौर के आंखफोड़वा कांड में आंखों की रोशनी गवां चुके 11 में से चार मरीजों का शंकरा हॉस्पिटल के विशेषज्ञों ने दोबार ऑपरेशन किया है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट का दावा है कि दोबारा ऑपरेशन के बाद इन चारों मरीजों की आंखों की रोशनी लौटने लगी है. उन्होंने कहा कि सभी मरीजों का इलाज उचित ढंग से कराया जा रहा है और अब मरीजों की सेहत में सुधार भी दिखाई देने लगा है, जबकि लापरवाही करने वालों पर उचित कार्रवाई की जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट का कहना है कि इस पूरे मामले में स्वास्थ्य अधिकारियों की गंभीर लापरवाही सामने आई है. जिस अस्पताल में प्राइवेट ऑपरेशन के बाद दो मरीजों की आंखें निकाल ली गई थी, उसी अस्पताल में 8 अगस्त को ऑपरेशन किया गया है. मंत्री ने कहा कि संयुक्त नेतृत्व में बनी सात सदस्यों की जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार है और इस रिपोर्ट के बाद और भी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
इन चार मरीजों के अलावा तीन मरीजों को चेन्नई इलाज के लिए भेजा गया है. फिलहाल इस पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग ने जिला अंधत्व निवारण कार्यक्रम के प्रभारी त्रिलोचन सिंह होरा को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा धार और इंदौर के सीएमएचओ को नोटिस भी दिया गया है, जिसमें फिलहाल विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, हालांकि ये रिपोर्ट 72 घंटे में आ जाना चाहिए थी.
हालांकि जिस कमेटी के द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है. उम्मीद है कि वह 72 घंटे के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश कर देगी. इस पूरे मामले में बीजेपी के कुछ नेताओं का नाम सामने आने के बाद मंत्री तुलसी सिलावट ने उनकी भूमिका की जांच कराने की बात भी कही है.