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इंदौर से जुड़ी हैं लता मंगेशकर की खास यादें, उनके नाम से जाना जाता है ये मोहल्ला...

भारत रत्न लता मंगेशकर का जन्म इंदौर के सिख मोहल्ले में हुआ था. इसीलिए इंदौर से लता दीदी की कई यादें जुड़ी हुई हैं. यहां का बच्चा-बच्चा उनके घर को पहचानता है. उनके निधन की खबर से इंदौर वासी मायूस हो गए हैं.

lata mangeshkar born in indore
इंदौर से जुड़ी हैं लता मंगेशकर की यादें
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Published : Feb 6, 2022, 11:49 AM IST

Updated : Feb 6, 2022, 12:48 PM IST

इंदौर। स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में अंतिम सांस ली, वह 92 वर्ष की थीं. लता मंगेशकर का जन्म इंदौर के एक मध्यमवर्गीय मराठा परिवार में हुआ था. उनके माता पिता ने पहले उनका नाम हेमा रखा था लेकिन पांच साल की उम्र में उनका नाम बदलकर लता रख दिया गया था. इंदौर से लता मंगेशकर की कई यादें जुड़ी हुई हैं, इंदौर के लोग आज भी उनकी यादें सहेज कर रखे हैं. यहां का बच्चा-बच्चा लता मंगेशकर के घर को पहचानता है. जैसे ही उनके निधन की खबर इंदौर वासियों को लगी तो उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.

लता मंगेशकर के नाम से जाना जाता है मुहल्ला

लता मंगेशकर ने जब संगीत की दुनिया में कदम रखा तो किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि इंदौर की गलियों में जन्मी और यहां की गलियों में पली बड़ी बच्ची (Lata Mangeshkar special memories) संगीत की दुनिया की सरताज बन जाएंगी. इंदौर का नाम भी लता मंगेशकर की वजह से पूरे देश और विदेशों में मशहूर है. उनका जन्म सिख मोहल्ले में हुआ था यह क्षेत्र लता मंगेशकर के नाम से ही जाना जाता है. लता मंगेशकर के चाहने वाले उनका जन्मदिन धूमधाम से मनाते हैं.

इंदौर से जुड़ी हैं लता मंगेशकर की यादें

पढ़ने में थी होशियार

लता मंगेशकर के पड़ोस में रहने वाले बुजुर्ग ने बताया कि लता मंगेशकर और उनका परिवार सालों तक यहां पर रहा है. शुरुआती बचपन इंदौर में ही गुजरा और वह इन्हीं गलियों में खेलते हुए वह बढ़ी हुई और फिर अपने परिवार के साथ मुंबई चली गईं थीं, इसके बाद कभी लौट कर नहीं आईं थी. लेकिन जो भी समय उन्होंने शहर में गुजारा वह इंदौर के लिए यादगार बन गया था. जिस क्षेत्र में वह रहती थीं, वह इलाका उनके नाम से ही जाना जाता है यह इंदौर के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है. बुजुर्गों ने बताया कि लता मंगेशकर बचपन से ही पढ़ने में काफी होशियार थी. वहीं आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि उनका परिवार भी काफी अच्छा था और सभी से मिलकर रहते थे.

लता दीदी के निधन से पूरे एमपी में शोक की लहर, सीएम ने कहा- समूचे विश्व ने एक स्वर साधिका को खो दिया

जिला कोर्ट में लता मंगेशकर का स्मारक बनाने की मांग

जैसे ही इंदौर वासियों को लता मंगेशकर के निधन की खबर मिली वह मायूस हो गए. सब उनकी सलामती और अच्छे स्वास्थ्य के लिए दुआ कर रहे थे. जिस मकान में लता मंगेशकर का जन्म हुआ उस मकान में रहने वाले जितेंद्र सिंह का कहना है कि लता जी के प्रति आज भी आदर है और उनके निधन की खबर से वह शोक में हैं. लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि लता जी की याद में इंदौर के जिला कोर्ट में एक स्मारक बनाया जाए.

इंदौर में कई तरह के विकास कार्य करवाए

जिस मकान में लता मंगेशकर का जन्म हुआ उसे उन्होंने दो हिस्सों में बेच दिया था. मकान में आज एक तरफ सिख परिवार रहता है तो दूसरी ओर कपड़ा गारमेंट का एक बड़ा शोरूम खुल चुका है. इंदौर के लिए लता मंगेशकर ने कई तरह के विकास कार्य करवाए थे. उन्हीं में से एक कार्य इंदौर के लोहा मंडी क्षेत्र में माई मंगेशकर सभागृह है, उसके बारे में बताया जाता है कि उसका निर्माण लता मंगेशकर के भाई ने लता मंगेशकर की मां की याद में करवाया था.

(Lata Mangeshkar passed away) (Lata Mangeshkar special memories related to Indore) (Lata Mangeshkar born in Indore)

इंदौर। स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में अंतिम सांस ली, वह 92 वर्ष की थीं. लता मंगेशकर का जन्म इंदौर के एक मध्यमवर्गीय मराठा परिवार में हुआ था. उनके माता पिता ने पहले उनका नाम हेमा रखा था लेकिन पांच साल की उम्र में उनका नाम बदलकर लता रख दिया गया था. इंदौर से लता मंगेशकर की कई यादें जुड़ी हुई हैं, इंदौर के लोग आज भी उनकी यादें सहेज कर रखे हैं. यहां का बच्चा-बच्चा लता मंगेशकर के घर को पहचानता है. जैसे ही उनके निधन की खबर इंदौर वासियों को लगी तो उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.

लता मंगेशकर के नाम से जाना जाता है मुहल्ला

लता मंगेशकर ने जब संगीत की दुनिया में कदम रखा तो किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि इंदौर की गलियों में जन्मी और यहां की गलियों में पली बड़ी बच्ची (Lata Mangeshkar special memories) संगीत की दुनिया की सरताज बन जाएंगी. इंदौर का नाम भी लता मंगेशकर की वजह से पूरे देश और विदेशों में मशहूर है. उनका जन्म सिख मोहल्ले में हुआ था यह क्षेत्र लता मंगेशकर के नाम से ही जाना जाता है. लता मंगेशकर के चाहने वाले उनका जन्मदिन धूमधाम से मनाते हैं.

इंदौर से जुड़ी हैं लता मंगेशकर की यादें

पढ़ने में थी होशियार

लता मंगेशकर के पड़ोस में रहने वाले बुजुर्ग ने बताया कि लता मंगेशकर और उनका परिवार सालों तक यहां पर रहा है. शुरुआती बचपन इंदौर में ही गुजरा और वह इन्हीं गलियों में खेलते हुए वह बढ़ी हुई और फिर अपने परिवार के साथ मुंबई चली गईं थीं, इसके बाद कभी लौट कर नहीं आईं थी. लेकिन जो भी समय उन्होंने शहर में गुजारा वह इंदौर के लिए यादगार बन गया था. जिस क्षेत्र में वह रहती थीं, वह इलाका उनके नाम से ही जाना जाता है यह इंदौर के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है. बुजुर्गों ने बताया कि लता मंगेशकर बचपन से ही पढ़ने में काफी होशियार थी. वहीं आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि उनका परिवार भी काफी अच्छा था और सभी से मिलकर रहते थे.

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जिला कोर्ट में लता मंगेशकर का स्मारक बनाने की मांग

जैसे ही इंदौर वासियों को लता मंगेशकर के निधन की खबर मिली वह मायूस हो गए. सब उनकी सलामती और अच्छे स्वास्थ्य के लिए दुआ कर रहे थे. जिस मकान में लता मंगेशकर का जन्म हुआ उस मकान में रहने वाले जितेंद्र सिंह का कहना है कि लता जी के प्रति आज भी आदर है और उनके निधन की खबर से वह शोक में हैं. लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि लता जी की याद में इंदौर के जिला कोर्ट में एक स्मारक बनाया जाए.

इंदौर में कई तरह के विकास कार्य करवाए

जिस मकान में लता मंगेशकर का जन्म हुआ उसे उन्होंने दो हिस्सों में बेच दिया था. मकान में आज एक तरफ सिख परिवार रहता है तो दूसरी ओर कपड़ा गारमेंट का एक बड़ा शोरूम खुल चुका है. इंदौर के लिए लता मंगेशकर ने कई तरह के विकास कार्य करवाए थे. उन्हीं में से एक कार्य इंदौर के लोहा मंडी क्षेत्र में माई मंगेशकर सभागृह है, उसके बारे में बताया जाता है कि उसका निर्माण लता मंगेशकर के भाई ने लता मंगेशकर की मां की याद में करवाया था.

(Lata Mangeshkar passed away) (Lata Mangeshkar special memories related to Indore) (Lata Mangeshkar born in Indore)

Last Updated : Feb 6, 2022, 12:48 PM IST
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