इंदौर। मध्यप्रदेश की सियासत में भूचाल लाने वाले हनी ट्रैप मामले की आरोपी जेल में जमकर भूचाल मचा रही है, जहां पिछले दिनों उनकी जमानत को लेकर जेल अधीक्षक अदिति चतुर्वेदी का ट्रांसफर हो गया, वहीं एक बार फिर एक जेलर के साथ बातचीत के कुछ फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरस हो रहे हैं और जैसे ही जेल मुख्यालय को इस बात की भनक लगी तो तत्काल जेल डीआईजी को जांच के लिए इंदौर की जिला जेल भेजा है, फिलहाल डीआईजी पूरे मामले की जांच में जुटे हुए हैं.
नए जेल अधीक्षक को कोरोना होने के कारण इंदौर जिला जेल की व्यवस्था अभी प्रभारी जेलर कुलश्रेष्ठ के हाथों में हैं. लेकिन अचानक से प्रभारी जेलर कुलश्रेष्ठ की हनी ट्रैप कि आरोपी के साथ बातचीत के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे, जिसमें जेलर आरोपी महिला से बातचीत कर रहे हैं. आपको बता दें फोटो महिला वार्ड के हैं और जेल के मुताबिक यदि किसी महिला से बात करना है तो उस दौरान महिला अधिकारी मौके पर मौजूद रहेगी, लेकिन जो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, उनमें कोई भी महिला अधिकारी वहां पर मौजूद नहीं है और सिर्फ जेलर ही आरोपी श्वेता विजय जैन से बात कर रहे हैं.
जैसे ही सोशल मीडिया पर हनी ट्रैप की आरोपी व जेलर की फोटो वायरल हुई और इसकी भनक लगी तो तत्काल जेल मुख्यालय से जेल डीआईजी को जांच के लिए इंदौर की जिला जेल पहुंचाया गया. अब जेल पहुंचकर डीआईजी पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गए हैं.
जेल डीआईजी से इस पूरे घटनाक्रम को लेकर बात की तो उनका कहना था कि जेलर को यह अधिकार है कि वह किसी भी कैदी से उसकी समस्याओं के बारे में पूछताछ कर सकता है, वहीं जो सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हो रहे हैं उसमें में पूछताछ की जा रही है. फिलहाल, पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है और जांच की रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपी जाएगी. जिस जेलर से हनीट्रैप की आरोपी महिला के साथ फोटो वायरल हो रहे हैं, उनका कहना था कि जिस जगह के वह फोटो हैं वहां जेल का खुला हिस्सा है और किसी तरह का कोई एकांत हिस्सा नहीं है, जेलर अपने कैदियों की समस्याओं के बारे में पूछताछ कर सकता है और जो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं वह भी पूछताछ का ही एक हिस्सा है.