इंदौर। इंदौर में अब एक ऐसा भी स्कूल संचालित होगा, जो खुद उन बच्चों के बीच पहुंचेगा, जो पढ़ाई लिखाई नहीं कर पाने के कारण अपराध की दुनिया में पहुंच जाते हैं. इंदौर पुलिस के साथ चाइल्ड लाइन की टीम ने इंदौर में अब कार में 'आस ऑन व्हील्स' नामक स्कूल तैयार किया है, जो मनोरंजन और ज्ञानवर्धक सामग्री लेकर खुद बच्चों के पास पहुंचेगी. ADCP मनीषा पाठक ने कहा कि, ये मस्ती की पाठशाला के अंतर्गत एक कार्यक्रम होगा, जिसमें बच्चों के लिए कुछ मनोरंजन किताबें और अन्य चीजें होंगी. ये मध्य प्रदेश में आस संस्था और चाइल्ड लाइन द्वारा इस तरह का पहली बार प्रयास किया जा रहा है. (Indore Aas On Wheels) (Indore Masti Ki Pathshala)
'मस्ती की पाठशाला' को हरी झंडी: हाल ही में एसीजी नामक कंपनी ने चाइल्डलाइन को एक वाहन उपलब्ध कराया, उसमें पहली बार आस ऑन व्हील नामक मोबाइल स्कूल के रूप में विकसित किया गया. इसके बाद इस स्कूल के जरिए अब उन बच्चों को प्राथमिक शिक्षा से जोड़ा जाएगा जो समाज के पिछड़े इलाके में रहकर शिक्षा से दूर रह जाते हैं. इस अनूठे स्कूल को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया गया है.
मनोरंजन और ज्ञानवर्धक सामग्री से अपग्रेड: 'आस ऑन व्हील' वैन में बच्चों की प्राथमिक शिक्षा से जुड़ी किताबों के अलावा पेंटिंग बनाने का सामान स्केच पेन स्टेशनरी से जुड़ी सामग्री एवं बच्चों के खेलने के लिए तरह तरह के खिलौने रखे गए हैं. इसके अलावा 'आस ऑन व्हील' को हर उस सामग्री से अपग्रेड किया गया है, जो आज के दौर के बच्चों को पसंद आतीं हैं. प्राथमिक शिक्षा से जुड़ी यह मनोरंजक सामग्री समेत बच्चों की फिल्म दिखाने के लिए स्क्रीन भी लगाई गई है, जो बच्चों के बीच लोकप्रिय है.