इंदौर। सिमरोल थाना क्षेत्र में भीषण बस हादसा हुआ, जिसमें 5 लोगों की मौत हुई थी और तकरीबन 40 से 50 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. मृतकों की शिनाख्त देर रात तक हो गई और अधिकतर मृतक इंदौर शहर के बाहर के रहने वाले हैं. मृतको में दो छत्तीसगढ़ के रहने वाले यात्रियों भी थे. प्रशासन ने घायलों के साथ ही मृतकों के परिजनों को पूर्ण सहयोग का आश्वासन तो दिया, लेकिन इंदौर के जिला अस्पताल में मृतकों के परिजन घंटों परेशान होते रहे. पुलिस द्वारा अभी तक किसी भी मृतक का पंचनामा कर पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया है, जिसके कारण परिजनों ने कई आरोप लगाए हैं.
परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप: मध्यप्रदेश में बस हादसों की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. इंदौर के सिमरोल थाना क्षेत्र में एक बस तकरीबन 100 फीट गहरी खाई में गिर गई. बस इंदौर से खंडवा जा रही थी और भेरू घाट पर अचानक एक आईसर ट्रक को टक्कर मारते हुए भेरु घाट में 100 फीट गहरी खाई में गिर गई. जिसमें तकरीबन 50 से अधिक यात्री सवार थे. हादसे में 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें इलाज के लिए इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल लाया गया. घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के साथ ही घायलों के परिजनों को बेहतर सुविधा के साथ ही उनकी हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया. लेकिन घटना को हुए तकरीबन 24 घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी मृतकों का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है, जिसके कारण परिजनों को काफी परेशान का सामना करना पड़ रहा है. परिजनों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप भी लगाए और जिला हॉस्पिटल पर जमकर हंगामा भी किया.
मृतकों में दो छत्तीसगढ़ के निवासी: घटना गुरुवार दोपहर 3:00 बजे के आसपास हुई, उसके बाद जैसे ही पूरे मामले की जानकारी प्रशासन को लगी, प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए इंदौर के जिला हॉस्पिटल व एमवाय हॉस्पिटल पहुंचाया गया. घायलों को इलाज के लिए एमवाय हॉस्पिटल पहुंचाया गया, इसी के साथ पुलिस ने मृतकों की पहचान के लिए आसपास के क्षेत्रों में अभियान चलाया. हादसे में मृतक पांचो लोगों की शिनाख्त हो गई, जिनमें से दो छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे.
इंदौर के बाहर के रहने वाले थे मृतक: हादसे में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली प्रमिला और देव सिंह इन दोनों की भी मौत हुई है. बताया जा रहा है छत्तीसगढ़ के रहने वाले दोनों लोग इन्दौर से ओंकारेश्वर और अन्य जगह कुछ काम से जा रहे थे और इसी दौरान हादसे का शिकार हो गए. वहीं तीन लोग खंडवा के आसपास के ग्रामीण इलाके के रहने वाले थे. हादसे में कंचन बाई, जोकि मान्धाता की रहने वाली थी, वह इन्दौर से वापिस बस से अपने घर जा रही थीं तभी यह हादसा हो गया. इस तरह कोटला खेड़ी की रहने वाली झरोखा बाई की भी इस हादसे में मौत हो गई. मोरगढ़ी की रहने वाली नन्दू बरोले की भी इस बस हादसे में मौत हो गई. फिलहाल जिन लोगों की इस हादसे में मौत हुई, वह सभी इन्दौर के बाहर के रहने वाले थे और अपने घर लौट रहे थे.
पोस्टमार्टम के लिए परिजन हो रहे परेशान: घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख व्यक्त किया और घायलों के साथ ही मृतकों के परिजनों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा, घोषणा ही बनकर रह गई. चूंकि घटना के 12 घंटे बाद भी मृतकों का पोस्टमार्टम नहीं हुआ, जिसके कारण परिजनों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. परिजनों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप भी लगाए, परिजनों ने पोस्टमार्टम हॉस्पिटल से ही संबंधित थाना पुलिस को फोन लगाया तो वहां से चंदननगर पुलिस के बारे में जानकारी दी गई. जब परिजनों ने चंदननगर पुलिस के अधिकारियों को फोन लगाया, तो उनका कहना था कि पूरा मामला सिमरोल पुलिस का है और सिमरोल पुलिस इस पूरे मामले में मृतकों का पोस्टमार्टम करवाएगी. जिसके कारण परिजन कल देर रात से सुबह तक परेशान होते रहे, वहीं आला अधिकारी भी इस पूरे मामले में किसी तरह की कोई मदद नहीं कर रहे हैं.
आईजी ने की करवाई: बस हादसे को लेकर इंदौर ग्रामीण आईजी राकेश गुप्ता ने बस ड्रावर एवं गाड़ी मालिक के खिलाफ आपराधिक धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है, तो वहीं बस का फिटनेस व अन्य कागजातों के बारे में भी जांच पड़ताल की जा रही है. इंदौर ग्रामीण आईजी राकेश गुप्ता का कहना है कि, यदि फिटनेस या अन्य कागजातों में किसी तरह की कोई गड़बड़ नजर आई तो संबंधित गाड़ी मालिक के खिलाफ अन्य और धाराओं में प्रकरण दर्ज किया जाएगा.