इंदौर। विजय नगर थाना क्षेत्र में दो शराब कारोबारियों के बीच विवाद के बाद अर्जुन ठाकुर को अन्य शराब कारोबारियों ने गोली मारकर घायल कर दिया था, लेकिन इस पूरे मामले में गांधीनगर शराब दुकान पर जो विवाद हुआ, उसका एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया और उसके बाद पुलिस ने शराब कारोबारी अर्जुन ठाकुर पर भी प्रकरण दर्ज कर लिया, लेकिन प्रकरण दर्ज होते ही पुलिस अपनी ही कार्यप्रणाली में उलझ गई, आला अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की काफी जांच पड़ताल की जा रही है.
शराब कारोबारी की तलाश में जुटी पुलिस
सिंडिकेट ऑफिस में गोलीकांड के कुछ देर पहले शराब ठेकेदार अर्जुन ठाकुर और पूर्व पार्षद के पति मोहन ठाकुर ने अपने बदमाशों के साथ मिलकर सतीश भाऊ के मुंह बोले भतीजे और उसके साथियों पर भी हमला कराया था, सिंडिकेट ऑफिस में गोलीकांड के छह दिन बाद इसका वीडियो सामने आया है, जिसके बाद पुलिस ने शराब कारोबारी अर्जुन ठाकुर मोहन ठाकुर और मोहित के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है. फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है..
अर्जुन ठाकुर, मोहन ठाकुर और मोहित के खिलाफ मामला दर्ज
बता दें कि गांधी नगर थाना क्षेत्र के पेटोल पंप पर शराब कारोबारी अर्जुन ठाकुर ने सतीश भाउ के साथियों की जमकर पिटाई की थी, जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, उसमे भी देख जा सकता है कि किस तरह बदमाशों ने अन्य बदमाशों की पिटाई की, जिसके बाद गोली चलने की घटना सामने आई, जिसके कारण गांधी में हुआ विवाद किसी के सामने नहीं आया, जब इसके सीसीटीवी फुटेज सामने आए, जिसके बाद पुलिस ने घायल की शिकायत पर अर्जुन ठाकुर, मोहन ठाकुर और मोहित के खिलाफ अपराध दर्ज किया है.
पुलिस खुद की जांच में उलझी
गांधीनगर शराब दुकान के सामने पेट्रोल पंप पर जिस तरह से विवाद सामने आया और उसके जिस तरह से वीडियो सामने आए, उस आधार पर पुलिस ने अर्जुन ठाकुर और अन्य लोगों पर तो प्रकरण दर्ज कर लिया है, लेकिन जिस तरह से पुलिस ने विजयनगर में फरियादी अर्जुन ठाकुर की शिकायत पर अन्य लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया और जिस समय वहां पर यह पूरा घटनाक्रम हुई, उस आधार पर पुलिस ने गांधीनगर में भी प्रकरण दर्ज कर लिया है, जिसको लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
पूरे मामले को लेकर अर्जुन ठाकुर गोलीकांड में चश्मदीद मोहित आहूजा ने आईजी हरिनारायण चारी मिश्र को शिकायत देते हुए कहा कि गांधी नगर थाने में मोहित आहूजा, भाजपा नेता मोहन ठाकुर और अर्जुन ठाकुर के खिलाफ धारा 147 148 294 323 का केस दर्ज किया गया है.
घटना 19 जुलाई की दोपहर 2:45 बजे की बताई जा रही है, मोहित ने बताया कि तीनों लोग शराब कंपनी के सिंडिकेट के ऑफिस विजय नगर में दोपहर 2:00 बजे से मौजूद थे, गांधीनगर और विजय नगर में लगभग 15 किलोमीटर की दूरी है अर्जुन पर जब गोली चली थी, उस समय दोपहर 3:15 बजे का घटनाक्रम है यह साफ है कि जो लोग विजय नगर में थे, उन्हें एफआर में गांधीनगर दर्शा दिया गया, जिसकी असली वजह यह है कि गोली कांड के मुल्जिमों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.
शिकायतों में तीनों के नाम हटाने के लिए कहा गया है और यह भी कहा है कि भरोसेमंद अफसर से जांच कराई जाएगी, तो सच्चाई सामने आ जाएगी, बता दें कि अर्जुन ठाकुर गोलीकांड में ए के सिंह सहित कई नामी शराब कारोबारियों के नाम सामने आ रहे हैं, उसी के चलते अर्जुन ठाकुर पर प्रकरण दर्ज करवा कर पूरे मामले में राजीनामे के लिए दबाव बनाया जा रहा है.
एके सिंह और पिंटू भाटिया पर प्रकरण दर्ज
अर्जुन ठाकुर ने बड़े शराब कारोबारी ए के सिंह और पिंटू भाटिया पर ही प्रकरण दर्ज करवाया है, ए के सिंह के दिल्ली के केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही मध्य प्रदेश के भी कई जनप्रतिनिधियों से सीधे संबंध है, साथ ही ए के सिंह का नाम मामले में सामने आने के बाद इस पूरे मामले में अर्जुन ठाकुर पर दबाव बनाने के लिए ही गांधीनगर पुलिस ने अर्जुन ठाकुर के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है, अब देखा होगा कि आने वाले दिनों में इस पूरे मामले में किस तरह से पुलिस कार्रवाई करती है.
फोन लोकेशन के आधार पर के आधार पर जांच कर रही पुलिस
बता दें कि एक ही समय पर विजय नगर पुलिस और गांधीनगर पुलिस ने आरोपी और फरियादियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है, जहां विजयनगर के मामले में शराब कारोबारी अर्जुन ठाकुर फरियादी की भूमिका में है, तो वहीं गांधीनगर में हुए प्रकरण में सतीश भाऊ से जुड़े हुए गौरव और अन्य लोग फरियादी की भूमिका में हैं, ऐसे में जिस तरह से अब इस पूरे मामले में पुलिस कॉल लोकेशन के आधार पर जांच करेगी.
फिलहाल देखना होगा कि इस पूरे मामले में पुलिस किस तरह की कार्रवाई करेगा, इस पूरे ही मामले में रोजाना अलग-अलग तरह के मामले सामने आ रहे हैं, वहीं जिन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है, उसके बाद से पुलिस लगातार कई गुंडों की धरपकड़ करने में जुटी हुई है, पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह की कार्रवाई गुंडों के खिलाफ पुलिस ने शुरू की है, यह यथावत जारी रहेगी.