इंदौर(Indore)। पितृ पक्ष (Pitru Paksh) के मौके पर इंदौर जेल (Indore Jail) प्रबंधन ने अनूठी पहल की. जिसके तहत सेंट्रल जेल में बंद कैदियों के लिए अपने पूर्वजों की याद में तर्पण कार्यक्रम का आयोजन हुआ. जिसमें बड़ी संख्या में कैदियों ने भाग लिया और अपने पूर्वजों की याद में उनका तर्पण किया. जेल प्रबंधक ने पहली बार जेल में बंद कैदियों को इस तरह की सुविधा मुहैया कराई है. जेल के अंदर पूजा-अर्चना के साथ ही पुजारी की भी व्यवस्था की गई थी. इस दौरान करीब 500 कैदियों ने अपने पूर्वजों का तर्पण किया.
सेंट्रल जेल में कैदियों ने पूर्वजों का किया तर्पण
सोमवार को इंदौर सेंट्रल जेल अधीक्षक द्वारा कैदियों के लिए विशेष आयोजन रखा गया. पितृपक्ष में अपने पूर्वजों को मुक्ति दिलाने के लिए तर्पण को महत्व दिया गया है. हिंदू ग्रंथों की मान्यता अनुसार, पितृपक्ष में यदि अपने पितरों का विधि-विधान से श्राद्ध किया जाए तो उन्हें मुक्ति प्राप्त होती है. साथ ही पितरों का विशेष आशीर्वाद भी मिलता है. पितृपक्ष के अवसर पर सेंट्रल जेल में कैदियों ने अपने पितरों और पूर्वजों का तर्पण किया. जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि वर्षों से जेल में सजा काट रहे कैदियों को भी श्राद्ध का हक है, कुछ कैदियों ने तो अपने हाथों से मृत व्यक्तियों का श्राद्ध किया.
यहां 22 सालों से हो रहा निशुल्क सामूहिक तर्पण, पितरों की आत्मा की शांति के होती है विशेष पूजा
जेल में बंद 500 कैदियों ने किया तर्पण
इंदौर सेंट्रल जेल में पहली बार जेल प्रबंधक ने इस तरह का आयोजन करवाया है. इस दौरान लगभग 500 से अधिक बंदियों ने अपने पितरों के लिए श्राद्ध और तर्पण किया. वहीं जेल अधीक्षक ने इस आयोजन को विशेष मानते हुए आने वाले दिनों में सभी त्यौहारों को मनाने की इच्छा जाहिर की है.