इंदौर। जिले की नगर निगम प्रदेश की सर्वाधिक कमाई वाली नगर निगम मानी जाती है, यहां सभी विभागों के अधिकारी लंबी चौड़ी राशि चुका कर प्रतिनियुक्ति पर आते हैं और निगम के अवैध करतूत में शामिल हो जाते हैं. बीते कुछ वर्षों में ही यहां एक दर्जन से ज्यादा अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए हैं. इसके अलावा कुछ विभाग तो ऐसे हैं जहां भ्रष्टाचार अब शिष्टाचार बन चुका है, इसी शिष्टाचार को जड़ से समाप्त करने के लिए कांग्रेस पार्टी ने निगम के सभी विभागों में पीछे अपने जासूस तैनात किए हैं. माना जा रहा है कि ये जासूस दिन रात अधिकारकियों की निगरानी करने के बाद प्रतिदिन नेता प्रतिपक्ष को रिपोर्ट सौपेंगे. इस रिपोर्ट के आधार पर जो भी अधिकारी गड़बड़ी करते हुए पाए जाएंगे, उनकी पोल मीडिया के जरिए उजागर की जाएगी.(Indore Nagar Nigam) (Indore Nagar Nigam Corrupt Officer)
विभाग में भ्रष्टाचार का गढ़: निर्माण कार्यों में कमीशन के अलावा भवन निर्माण संपदा शाखा एवं जल कार्य जैसे नगर निगम के विभाग भ्रष्टाचार के गढ़ माने जाते हैं. खास बात यह है कि, जो अधिकारी कर्मचारी यहां रिश्वत लेते पकड़े जाते हैं, उनकी ना तो प्रतिनियुक्ति समाप्त होती है और ना ही वे अन्य विभागों की तरह दंडित हो पाते हैं. कुछ समय लूप लाइन में रहने के बाद जोड़-तोड़ के जरिए वह फिर से या तो पुराने पद पर पदस्थ हो जाते हैं या फिर अन्य मलाईदार विभाग में शामिल हो जाते हैं. (Indore nagar nigam)
रिश्वतखोरी के धंधे में लिप्त अधिकारी: नगर निगम में जनता से वसूली जाने वाली कर की राशि हो या केंद्र अथवा राज्य से मिलने वाली विकास कार्यों की राशि, सबका एक बड़ा हिस्सा अधिकारियों और कर्मचारियों की जेब में जाता है. स्थिति यह है कि बीते कुछ सालों में यहां जितने भी अधिकारी पकड़े गए उनके परिवार के नाम से विभिन्न फर्म में पाई गई हैं, इतना ही नहीं अपने परिजनों के नाम से तैयार की गई फर्म के नाम पर ठेकेदारी से लेकर सप्लाई और रिश्वतखोरी के धंधे में लिप्त पाए गए हैं. स्थिति यह है कि भ्रष्ट अधिकारियों का पूरा सिंडिकेट बना होने के कारण यहां वरिष्ठ अधिकारी या उच्च स्तर पर पदस्थ अधिकारी भी सामूहिक रूप से इस भ्रष्टाचार का खात्मा नहीं कर पाते हैं जिससे यहां भ्रष्टाचार साल दर साल पनपता जा रहा है.(Indore nagar nigam Leader of Opposition)
खुफिया जासूस तैनात: इस भ्रष्टाचार से परेशान कांग्रेस के नेताओं ने ऐसे तमाम अधिकारियों को सार्वजनिक करने का फैसला किया है, जिसके लिए अब सभी निर्माण कार्यों से लेकर ठेके और खरीदी की फाइलों को खंगाला जा रहा है. कोशिश की जा रही है कि, अधिकारियों के स्तर पर भ्रष्टाचार पर नियंत्रण लगाया जा सके. इसके अलावा कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि, "हमारे खुफिया जासूस अब इस काम में जुटे हैं, जो हर अधिकारी और कर्मचारी की गतिविधि पर निगाह रखते हुए उसकी गड़बड़ियों की जानकारी मुझ तक पहुंचाएंगे. इसके बाद ऐसे अधिकारियों को उनके भ्रष्टाचार के प्रमाण के साथ सार्वजनिक रूप से उजागर किए जाएगा." (Chintu Chouksey posted Congress Detective)
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नगर निगम में भ्रष्टाचार की फेहरिस्त: इंदौर नगर निगम में भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं है, यहां करोड़ों के घोटालों के अलावा निगम के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से लेकर प्रथम श्रेणी अधिकारी घपले घोटाले और भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए हैं. हाल ही में असलम खान नामक बेलदार के घर करोड़ की संपत्ति मिली थी. इसके पूर्व राजकुमार सालवी नामक एक नगर निगम कर्मचारी के घर ईओडब्ल्यू के छापे में करोड़ों की संपत्ति मिली थी,यह कर्मचारी निगम के उच्च अधिकारियों के लिए ठेकेदारों के भुगतान की राशि में से रिश्वत की वसूली का काम करता था. इसी के साथ देव आनंद पाटील नामक निगम के एक अधिकारी के पास भी लोकायुक्त की कार्रवाई में करोड़ों की संपत्ति और नगद राशि का पता चला था, बाद में स्वच्छ भारत अभियान के प्रभारी रहे अभय राठौर के पास से भी कुबेर का खजाना जब्त हुआ था. (Indore nagar nigam) (Indore nagar nigam Leader of Opposition) (Indore nagar nigam corrupt officer)