इंदौर। हीरा नगर थाना क्षेत्र में 15 दिन के बच्चे की खरीद-फरोख्त का सनसनीखेज मामला सामने आया है, दरअसल, 15 दिन के मासूम को साढ़े पांच लाख में इसके अपने परिजनों द्वारा बेचा गया था, हालांकि बाद में पुलिस को सूचना लगी, जिसके बाद बच्चे का सौदा करने वाले 8 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर 6 लोगों को हिरासत में लेकर जेल पहुंचा दिया गया है. वहीं मामले में अभी 2 लोग फरार हैं, जिनकी जांच की जा रही है. (Indore Crime News)
शक के चलते बनाई योजना: इंदौर के हीरा नगर थाना क्षेत्र की पुलिस ने तकरीबन 2 माह पुराने घटनाक्रम में खुलासा करते हुए बताया कि क्षेत्र में ही रहने वाले एक परिवार ने अपने बच्चे को देवास जिले में बेच दिया था. इस मामले में पति को अपनी पत्नी पर शंका थी कि उसके पेट में पल रहा बच्चा उसका नहीं है, इसके चलते पति ने पत्नी का गर्भपात करवाने की कोशिश भी की लेकिन यह संभव नहीं हो सका तो बच्चे को बेचने की योजना बनाई जाने लगी. इसी दौरान देवास की रहने वाले एक दंपती ने उनसे संपर्क किया.
साढ़े पांच लाख में हुआ सौदा: देवास के दंपति के बारे में बताया जा रहा है कि उनके जुड़वा दो बच्चे थे, लेकिन किन्हीं कारणों के चलते उनकी मौत हो गई थी. जिसके बाद से ही दंपति बच्चे के लिए परेशान थे और जब उन्हें बच्चे को बेचे जाने की बात पता चली तो उन्होंने बच्चे को साढ़े पांच लाख रुपये में खरीद लिया. फिलहाल दो महीने से देवास का दंपति ही बच्चे का लालन-पालन कर रहा है.
मासूम को बेचा, खरीदा गृहस्थी का सामान: मामले में मुखबिर के माध्यम से पुलिस को सूचना मिली थी, जिस पर कार्रवाई करते हए पुलिस ने 15 महीने को बेचने और खरीदने वाले 8 आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया, जिसमें 6 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं नाबालिक सहित एक आरोपी फरार है. शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने बच्चे को बेचने और खरीदने की बात कबूली है, आरोपियों ने बताया कि मासूम को बेचे गए रुपए से उन्होंने फ्रीज, वॉशिंग मशीन, कूलर और बाइक सहित अन्य सामान खरीदा, और बाकी बचे हुए रुपयों को आपस में बांट लिया. पुलिस ने मामले में सभी सामान जब्त कर लिया, फिलहाल पुलिस दो आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.