इंदौर। शहर में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस सतर्क हो गई है. इसी कड़ी में क्राइम ब्रांच अब मुंबई और चेन्नई कमिश्नरी सिस्टम की तर्ज पर अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण करेगी. इसको लेकर इंदौर क्राइम ब्रांच द्वारा आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है. डीसीपी क्राइम निमिष अग्रवाल के अनुसार कमिश्नर सिस्टम के बाद मिले पावर का सही उपयोग करते हुए हर तरह के अपराध पर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.
हाईटेक हो रही है इंदौर क्राइम ब्रांच
जब से इंदौर में कमिश्नर सिस्टम लागू (commissioner system in indore) हुआ है तब से इंदौर पुलिस भी आधुनिक हो गई है. बात की जाए इंदौर क्राइम ब्रांच की तो वह मुंबई और चेन्नई में जारी कमिश्नर सिस्टम को अपनाते हुए अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण करने की योजना पर काम कर रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि क्राइम ब्रांच हर तरह के अपराध फिर चाहे वह संगठित अपराध हो, माफिया कार्रवाई, नशे के विरुद्ध चलाए गए अभियान या फिर अवैध हथियारों की धरपकड़ करना हो, इन सभी में क्राइम ब्रांच की मुख्य भूमिका रहती है. ऐसे में अब अपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए इंदौर क्राइम ब्रांच भी हाईटेक हो रही है.
अपराधियों को पकड़ने के लिए ड्रोन का सहारा
क्राइम ब्रांच डीसीपी निमिष अग्रवाल का कहना है कि बदमाशों की धरपकड़ के लिए ड्रोन का सहारा भी लिया जा रहा है. इसके साथ ही आधुनिक तकनीकों का उपयोग हो रहा है. इंदौर क्राइम ब्रांच ने अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई करते हुए 74 किलो एमडी ड्रग्स पकड़ी थी इसके साथ ही राज्य स्तरीय अवैध हथियारों के गिरोह पर भी कार्रवाई की थी. वही संगठित अपराधों के खिलाफ भी पुलिस की प्रभावी कार्रवाई जारी है.
(Indore crime branch became hitech) (commissioner system in indore)