इंदौर। मध्य प्रदेश में कोरोना की रफ्तार बढ़ गई है. फिर से प्रदेश में कोरोना का तांडव शुरु हो गया है. इंदौर में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस बीच कोरोना संक्रमण की जद में एक बार फिर हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में दस्तक दी है. (Corona knock in Indore High Court) हाईकोर्ट के इंदौर खंडपीठ में पदस्थ दो जज और 2 कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिले हैं. पिछले दिनों हाईकोर्ट में पदस्थ एक जज कोरोना संक्रमित मिले थे. उसके बाद उनके संपर्क में आए अन्य जजों ने भी अपना कोरोना टेस्ट करवाया था, जिसमें से एक और न्यायधीश कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. वहीं एक के बाद एक दो जजों के कोरोना संक्रमित होने की वजह से वहां पर पदस्थ अन्य कर्मचारियों ने भी अपना कोरोना टेस्ट करवाया. जिसमें से दो कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित मिले.
कोरोना को लेकर क्या कर रहा कोर्ट ?
लगातार कर्मचारी और जजों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद हाईकोर्ट के बाकी जज, एडवोकेट, और कर्मचारियों का कोविड टेस्ट कराया जा रहा है. अब उनकी रिपोर्ट का इंतजार है. हाई कोर्ट में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए परिसर में काफी सख्ती बरती जा रही है. सेनिटाइजर के साथ ही मास्क का प्रयोग करने की हिदायत दी गई है. सुनवाई के दौरान जो भी फरियादी कोर्ट में आ रहे हैं, उनको वैक्सीन के दोनों डोज लगा है या नहीं इसकी भी जांच पड़ताल भी की जा रही है. इस दौरान फरियादियों से वैक्सीन के दोनों डोज के प्रमाण पत्र भी मांगे जा रहे हैं, जिन लोगों के पास प्रमाण पत्र मौजूद नहीं रहता है, उनकी हाई कोर्ट के साथ ही जिला कोर्ट में भी एंट्री नहीं दी जा रही है.
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संक्रमित होने के बाद भी कर रहे है सुनवाई
दोनों जज कोरोना से ग्रसित होने के बाद भी चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर मांग की है कि वह घर पर आराम ना करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई करेंगे. जो एक अनूठी पहल है. वहीं कोरोना महामारी की दूसरी लहर में भी बड़ी संख्या में न्यायिक कर्मचारी और वकील संक्रमित हुए थे. इसके चलते लंबे समय तक न्यायालयों में सिर्फ वर्चुअल सुनवाई होती रही थी. (Indore Judge demand virtual hearing)