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Indian Railways E-Cycle: ट्रैकमैनों की ड्यूटी को आसान बनाने का नायाब तरीका, रेल की सुरक्षा के लिए रेलवे ने पटरी पर दौड़ाई ई-साइकिल

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Published : Apr 17, 2022, 10:09 PM IST

रेलवे ने ट्रैकमैनों की ड्यूटी को आसान बनाने का नायाब तरीका निकाला है. अब ट्रैकमैन (Track man) को ड्यूटी के दौरान रेलवे स्टेशनों पर रेलवे ट्रैक की निगरानी ई साइकिल से होगी. ताकि रेलों को दुर्घटना से बचाया जा सकेगा. (trackmen monitor rail tracks with bicycles)

indian railway bicycles
रेलवे पटरी पर दौड़ी ई-साइकिल

इंदौर। ड्यूटी के दौरान ट्रैकमैन को अब पैदल नहीं चलना होगा. रेलवे ने ट्रैकमैनो (Track man) की सुविधा के लिए एक नायाब तरीका निकाला है. अब ट्रैकमैनों को ट्रैक पर चलने वाली साइकिल दी जाएगी, जिससे वह आसानी से अपना काम कर सकेंगे. डिवीजन के कई सेक्शन में ट्रैकमैनों के पास साइकिल की व्यवस्था की गई है. श्री विष्णु इंजीनियरिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल श्रीवास राजू के मुताबिक अब ट्रैकमैन को निगरानी के लिए साइकिल दी जाएगी, जो ट्रैक पर चलेगी. अगर कहीं ट्रैक टूटने कोई सूचना होगी तो ट्रैकमैन साइकिल से जल्दी घटनास्थल पर पहुंच सकेंगे. (indian railways changes system)

रेल की सुरक्षा के लिए रेलवे ने पटरी पर दौड़ाई ई-साइकिल

ट्रैकमैन की बढ़ी सुविधा: देश के हर रेलवे स्टेशन पर ट्रैकमैन रेलवे ट्रैक की पैदल निगरानी करते हैं. रेलवे की इस परेशानी को दूर करने के लिए श्री विष्णु इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा और फैकल्टी ने मिलकर एक e-cycle का निर्माण किया है. जो रेलवे ट्रैक पर 25 किलोमीटर प्रति घंटे से सफर करती है. साइकिल को इस तरह से बनाया गया है कि वह पटरी पर चलते हुए भी ट्रैक से नीचे नहीं आती. (Rail Bicycles Easy Track Inspection)

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रेलवे ट्रैक की निगरानी: साइकिल को दूसरी पटरी पर चलाने के लिए एक सपोर्टर लगाया गया है. कॉलेज ने इस साइकिल की रेलवे ट्रैक पर टेस्टिंग के बाद रेलवे को 3 साइकिल दी गई है. यह साइकिल बैट्री से चलती है. जो नासापुरम से भीमावरम और भीमावरम से नेद्राबल्लू ट्रैक रेलवे ट्रैक पर निगरानी का काम कर रही है.

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साइकिल में मैनुअल और इलेक्ट्रिक दोनों मोड: रेलवे ट्रैक की निगरानी करने के लिए तैयार की गई साइकिल में मैनुअल और इलेक्ट्रिकल ऑप्शन है. मैनुअल मोड में यह साइकिल पैदल चल सकती है. जबकि इलेक्ट्रिक मोड पर चलाने के लिए इसमें 24 वोल्ट की पीएमडीसी मोटर लगी हुई है. 24 वोल्ट और 15 एंपियर की बैटरी के संयोजन से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है. इसको एकबार चार्जिंग करने के बाद 3 घंटे तक आसानी से चलाया जा सकता है. जबकि मैनुअल मोड में इसे साइकिल की तरह ले जाया जा सकता है. (trackmen monitor rail tracks with bicycles)

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साइकिल से 3 रेलवे ट्रैक की निगरानी : श्री विष्णु इंजीनियरिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल श्रीवास राजू के मुताबिक रेलवे को तीन इलेक्ट्रिक साइकिल दी गई हैं. यह साइकिल नरसापुरम से भीमावरम और भीमावरम से नीरदाबल्लू स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक का निरीक्षण में लगाई गई है. यहां के स्थानीय ट्रैकमैन पहले रेलवे ट्रैक की निगरानी पैदल करते थे. जो अब साइकिल से कर रहे हैं.

इंदौर। ड्यूटी के दौरान ट्रैकमैन को अब पैदल नहीं चलना होगा. रेलवे ने ट्रैकमैनो (Track man) की सुविधा के लिए एक नायाब तरीका निकाला है. अब ट्रैकमैनों को ट्रैक पर चलने वाली साइकिल दी जाएगी, जिससे वह आसानी से अपना काम कर सकेंगे. डिवीजन के कई सेक्शन में ट्रैकमैनों के पास साइकिल की व्यवस्था की गई है. श्री विष्णु इंजीनियरिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल श्रीवास राजू के मुताबिक अब ट्रैकमैन को निगरानी के लिए साइकिल दी जाएगी, जो ट्रैक पर चलेगी. अगर कहीं ट्रैक टूटने कोई सूचना होगी तो ट्रैकमैन साइकिल से जल्दी घटनास्थल पर पहुंच सकेंगे. (indian railways changes system)

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रेलवे ट्रैक की निगरानी: साइकिल को दूसरी पटरी पर चलाने के लिए एक सपोर्टर लगाया गया है. कॉलेज ने इस साइकिल की रेलवे ट्रैक पर टेस्टिंग के बाद रेलवे को 3 साइकिल दी गई है. यह साइकिल बैट्री से चलती है. जो नासापुरम से भीमावरम और भीमावरम से नेद्राबल्लू ट्रैक रेलवे ट्रैक पर निगरानी का काम कर रही है.

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साइकिल में मैनुअल और इलेक्ट्रिक दोनों मोड: रेलवे ट्रैक की निगरानी करने के लिए तैयार की गई साइकिल में मैनुअल और इलेक्ट्रिकल ऑप्शन है. मैनुअल मोड में यह साइकिल पैदल चल सकती है. जबकि इलेक्ट्रिक मोड पर चलाने के लिए इसमें 24 वोल्ट की पीएमडीसी मोटर लगी हुई है. 24 वोल्ट और 15 एंपियर की बैटरी के संयोजन से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है. इसको एकबार चार्जिंग करने के बाद 3 घंटे तक आसानी से चलाया जा सकता है. जबकि मैनुअल मोड में इसे साइकिल की तरह ले जाया जा सकता है. (trackmen monitor rail tracks with bicycles)

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