इंदौर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इंदौर (IIT) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, नई दिल्ली (NIDM) के सहयोग से 05 से 07 जून तक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. जिसका विषय "लचीलापन और स्थिरता के लिए पारिस्थितिकी तंत्र बहाली और प्रकृति के साथ रहना है. यह सम्मेलन विश्व पर्यावरण दिवस पर पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए संयुक्त राष्ट्र दशक के शुभारंभ का हिस्सा है. आईआईटी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से यह आयोजन किया जा रहा है.
पर्यावरण पर होने वाले दुष्प्रभाव पर की जा रही है चर्चा
इस सम्मेलन में जल संसाधन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर विषयों पर विचार-विमर्श हो रहा है. इसका उद्देश्य इन विषयों के एक्सपर्ट्स को एक अकादमिक मंच प्रदान करना भी है.
देश और विदेश के कई संस्थान सम्मेलन में हुए शामिल
इस कार्यक्रम में देश और विदेश से लगभग 150 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. इस सम्मेलन में भारतीय सेना, पर्यावरण विज्ञान विभाग, मौसम विज्ञान विभाग, इसरो, सीएसआईआर, टेरी इग्नू और राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान सहित विभिन्न सरकारी संगठनों से भी भागीदारी रही.
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सम्मेलन के दौरान प्राप्त हुए पत्रों का होगा प्रस्तुतिकरण
सम्मेलन को 110 से अधिक पत्र प्राप्त हुए हैं. इनमें से 85 का चयन पांच तकनीकी सत्रों में प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है.इन प्रस्तुतियों की समीक्षा कर तकनीकी सत्र में सर्वश्रेष्ठ पेपर को पुरस्कृत किया जाएगा.
देश और विदेश से शामिल हस्तियों ने किया संबोधन
उद्घाटन सत्र में शामिल विशिष्ट अतिथि मुकेश चंद गुप्ता, विशेष अंतर्राष्ट्रीय अतिथि डॉ. राल्फ चामी ने अलग-अलग विषयों पर सभा को संबोधित किया. पद्मश्री प्रो. दीपक बी. फाटक ने उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता मुख्य अतिथि के रूप में की.