इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया के लिए आयोजित की जाने वाली कॉमन एंट्रेंस टेस्ट सीईटी की परीक्षा की आवेदन तारीख आगे बढ़ा दी गई है, विश्वविद्यालय ने 9 अगस्त तक आवेदन की अंतिम तिथि निर्धारित की थी, वहीं छात्रों के आवेदन के लिए इसे बढ़ाकर 11 अगस्त तक कर दिया गया है, विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर प्रेस नोट जारी कर, सीईटी की तारीख बढ़ाए जाने के भ्रम की स्थिति को लेकर जानकारी दी गई थी, जिसमें 9 अगस्त आखिरी तारीख बताई गई थी, लेकिन अब तारीखों को आगे बढ़ाया गया है.
16 विभागों के 41 पाठ्यक्रम के लिए आयोजित की जा रही सीईटी परीक्षा
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के आईएमएसआईआईपीएस ब्लॉक कॉमर्स, कंप्यूटर साइंस, फिजिक्स सोशल साइंस सहित 16 विभागों में संचालित किए जाने वाले 41 पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट CET Exam आयोजित की जा रही है, यह परीक्षा करीब ढाई हजार सीटों के लिए आयोजित की जा रही है, जिसमें छात्र 11 अगस्त तक परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन कर सकेंगे, यह परीक्षा 31 अगस्त को आयोजित की जाएगी.
प्रदेश के साथ-साथ अन्य प्रदेशों में बनाए जा रहे परीक्षा केंद्र
विश्वविद्यालय में आयोजित की जाने वाली कॉमन एंट्रेंस टेस्ट सीईटी की परीक्षा के लिए प्रदेश के साथ-साथ अन्य प्रदेश के शहरों में भी इसके परीक्षा केंद्र बनाए जा रहे हैं, परीक्षा के लिए करीब 22 परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया गया है, जिसमें दिल्ली, प्रयागराज, कोटा, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर, रायपुर सहित कई बड़े शहर शामिल हैं, जिसमें छात्र परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर परीक्षा दे सकेंगे. विश्वविद्यालय ने पहली बार CET Exam नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एंटीए द्वारा आयोजित कराई जा रही है.
20,000 आवेदनों की संख्या पहुंचने की उम्मीद
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में सीईटी कमेटी के चेयरमैन डॉ कन्हैया आहूजा के अनुसार 9 अगस्त आवेदन की आखिरी तारीख निर्धारित की गई थी, 9 अगस्त की दोपहर तक 17 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके थे, छात्रों की सुविधा के चलते तारीख को आगे बढ़ाया गया है, उम्मीद जताई जा रही है कि अंतिम दिन तक करीब 20,000 बच्चों द्वारा परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किया जा सकता है.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में बीते दिनों सोशल मीडिया पर चल रहे मैसेज में आवेदन की अंतिम तिथि 14 अगस्त तक बढ़ाए जाने की बात को भ्रामक बताया गया था, जिसके बाद विश्वविद्यालय ने अपनी ऑफिशल वेबसाइट पर प्रेस नोट जारी कर इसका खंडन भी किया था, अब विश्वविद्यालय ने अपने ही निर्णय को पलटते हुए तारीखों में बदलाव किया है, हालांकि विश्वविद्यालय के अधिकारियों का कहना है कि यह बदलाव किसी के दबाव में नहीं किया गया है.