इंदौर। इंदौर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगातार धोखाधड़ी के मामलों में इजाफा हो रहा है. पुलिस भी ऐसे मामलों के सामने आने के बाद कई महीनों तक जांच करती है, और उसके बाद संबंधित के खिलाफ प्रकरण दर्ज करती है. वहीं द्वारकापुरी थाना क्षेत्र से धोखाधड़ी के दो मामले सामने आए हैं, जिसपर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. (Indore Crime News) (Fraud in Indore)
जमीन कारोबारी की धोखाधड़ी: पहला मामला द्वारकापुरी थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक जमीन कारोबारी ने तीन मजदूरों से उनके प्लॉट के नाम पर आठ लाख रुपए उनसे वसूल लिए. आरोपी बाद में ना तो प्लॉट दे रहा था, और ना ही मजदूरों को पैसा लौटा रहा था. फरियादियों ने कई बार पुलिस को इसकी शिकायत भी की, लेकिन पुलिस ने पहले कोई एक्शन नहीं लिया. वहीं बाद में जब पूरा मामला वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा, तो इस पूरे मामले में द्वारकापुरी पुलिस ने संबंधित लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
मजदूरों से प्लॉट लेकर नहीं दिए पैसे: द्वारकापुरी थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर अशरफ अली अंसारी के अनुसार फरियादी दशरथ और उसके दो भाइयों ने साल 2016 में श्रद्धा पुरी एन एक्स कॉलोनी में 12 स्क्वायर फीट के दो प्लॉट आठ लाख रुपए में खरीदे थे. ये प्लॉट सुभाष चौधरी ने उन्हें दिलवाए थे. दशरथ और उसके भाई जब भी प्लॉट की रजिस्ट्री का कहते तो सुभाष चौधरी बात टाल देता था. उसे पैसा भी नहीं लौटा रहा था और ना ही प्लॉट की चेन डॉक्यूमेंट्री दे रहा था. कुछ दिनों बाद जब दशरथ और उसके भाई प्लॉट पर मकान बनाने पहुंचे, तो वहां कोई और व्यक्ति अपना कब्जा बताकर प्लॉट खुद का बताने लगा. पीड़ित पक्ष ने इसके बाद कई बार पुलिस से शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. वहीं जब मामला पुलिस कमिश्नर तक पहुंचा, तो पूरे मामले में आनन-फानन में पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
कपड़ा कारोबारी से हुई धोखाधड़ी: दूसरा मामला भी द्वारकापुरी थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक कपड़ा कारोबारी के साथ उसी के नौकर ने धोखाधड़ी कर दी. दरअसल कपड़ा कारोबारी ने अपने नौकर के भरोसे अपना कारखाना छोड़ बाहर गया था. इस दौरान नौकर ने कारखाने से कपड़ा निकाल कर धीरे-धीरे उसे बेचना शुरू कर दिया. इस मामले में आरोपी ने छह लाख की धोखाधड़ी कपड़ा कारोबारी के साथ कर दी. (loot of 6 lakhs from textile trader in Indore)
6 लाख की लूट: फरियादी किशोर वाधवानी की शिकायत पर जब ये मामला पुलिस थाने पहुंचा तो पुलिस ने आरोपी संजय नामदेव के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. किशोर वाधवानी ने बताया कि उसका राजश्री बेकरी के पास कपड़े का कारखाना है, जिसमें संजय नामदेव को उन्हें नौकरी पर रखा था. आरोपी संजय नामदेव कपड़ा कटिंग और देखने का काम करता था, लगभग 2 महीने तक किशोर वाधवानी घरेलू काम में ज्यादा व्यस्त रहें और कारखाना का पूरा काम संजय को सौंप दिया था. वे वापस कारखाने जब पहुंचे तो उन्होंने पूरा हिसाब मिलाकर देखा तो लगभग छह लाख की गड़बड़ी उन्हें मिली. जब फरियादी ने आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने कपड़े बेच दिए हैं, और खुद पैसा सारा रख लिया है. इसके बाद फरियादी ने पुलिस को शिकायत की और पुलिस ने पूरे मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.