इंदौर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह एक दिन के दौरे पर (digvijay singh said modi against minded) शनिवार को इंदौर में थे. इस दौरान वे एक पुराने मामले में कोर्ट में भी पेश हुए. जहां मारपीट के एक मामले में सिंह सहित 6 आरोपियों को 1 साल की सजा और 5 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई गई. हालांकि धारा 325 के इस मामले में दिग्विजय सिंह, पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू सहित सभी नेताओं को जमानत मिल गई. इंदौर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी की. इसी दौरान उन्होंने फिल्म द कश्मीर फाइल, धर्म और राजनीति कई मुद्दों पर ईटीवी भारत से खास बातचीत की और काफी बेबाक तरीके से अपनी बात रखी.
विवेक अग्निहोत्री का बयान, भोपाल के लोगों का अपमान: भोपाल के लोगों पर दिए गए फिल्म कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री के बयान पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनकी टिप्पणी भोपाल के लोगों का अपमान है. सिंह ने कहा कि मेरा भोपाल से काफी पुराना नाता है, और मैं आज भी भोपाल का वोटर हूं, लेकिन विवेक अग्निहोत्री ने जिस तरह का बयान दिया है वह काफी अपमानजनक है. उन्होंने कहा कि मैं उनके बयान से सहमत नहीं हूं, यह उनका निजी अनुभव हो सकता है, लेकिन किसी शहर के लिए इस तरह की टिप्पणी करना गलत बात है.
कश्मीर में पंडितों से ज्यादा मुस्लिम मारे गए
फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर उन्होंने कहा कि फिल्म में कश्मीरी पंडितों को लेकर जो घटना दिखाई गई है वह अच्छी नहीं थी, लेकिन उस समय भाजपा के समर्थन से बीपी सिंह प्रधानमंत्री थे मुफ्ती सईद साहब गृहमंत्री थे जगमोहन जी गवर्नर थे. कांग्रेस तो इसके खिलाफ थी. कांग्रेस ने राजीव जी के नेतृत्व में संसद का घेराव किया था. कश्मीरी पंडितों के साथ हमारी सहानुभूति है, लेकिन यह भी नहीं भूलना चाहिए कि जितने कश्मीरी पंडित मारे गए उससे कहीं ज्यादा तो वहां पर कश्मीरी मुसलमान मारे गए. हम लोगों को आतंकवाद को किसी विशेष धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए आतंकवाद का कोई धर्म और जाति नहीं होती. इसलिए जिस घटना को लेकर मलहम लगाना चाहिए उसे कुरेदने की कोई जरूरत समझ नहीं आती है.
जनमत के खिलाफ काम कर रहे हैं मोदी: दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनमत के खिलाफ बताया है. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनमत के खिलाफ हैं. उन्होंने जनमत के खिलाफ जाकर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मंत्रिमंडल का विस्तार किया है. जो व्यक्ति खुद चुनाव हार गया वह एक जगह उपमुख्यमंत्री बन गया तो उत्तराखंड जो व्यक्ति चुनाव हार गया उसे मुख्यमंत्री बना दिया गया. यह निश्चित तौर पर जनादेश का अपमान है.
बुलडोजर से घर तोड़ना कानून के खिलाफ: उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकार जिस तरह से माफियाओं के खिलाफ बुलडोजर के द्वारा उनके मकान तोड़ने की कार्रवाई कर रही है वह असंवैधानि क है. उन्होंने सवाल उठाया कि यह कौन से नियम, कानून में है कि किसी का घर गिरा दो, यदि किसी व्यक्ति ने असवैधानिक ढंग से निर्माण किया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करो लेकिन हर किसी का मकान तोड़ देना यह कानून के खिलाफ है.
धर्म जोड़ता है राजनीति तोड़ती है: उत्तर प्रदेश में मदरसों को लेकर राष्ट्रगान वंदे मातरम गाए जाने को लेकर फरमान जारी हुआ है. उसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का कहना था बीजेपी के लोग धर्म के नाम पर वैमनस्यता फैला रहे हैं, जबकि धर्म जोड़ता है और राजनीति तोड़ती है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान दिग्विजय सिंह ने कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी है. उनके बयानों के कई अर्थ निकाले जा सकते हैं. यह भी हो सकता है कि आने वाले दिनों में उनके किसा बयान पर राजनीतिक पारा भी चढ़ जाए.