इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में बुधवार को वर्ष 2019-20 और 20-21 में उत्तीर्ण हुए छात्रों के लिए दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में राज्यपाल मंगू भाई पटेल, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, विश्वविद्यालय की कुलपति भी मौजूद थे. दीक्षांत समारोह में दोनों ही शैक्षणिक सत्र के चयनित छात्रों को पदक और PHD करने वाले छात्रों को डिग्रियां बांटी गईं.
राज्यपाल का छात्रों को संदेश : राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने विद्यार्थियों संबोधित करते हुए कहा कि, जिन छात्रों को स्वर्ण, रजत पदक और डिग्रियां मिली हैं. वो अपने ज्ञान को आचरण में शामिल करें. देश हित में कार्य करने से पीछे ना हटें. हमेशा अपने माता-पिता के त्याग का ध्यान करें. उन्होंने छात्रों को बधाई दी और कहा कि दीक्षा के बाद ही असल शिक्षा की शुरुआत होती है. समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि, असली दीक्षा स्कूली शिक्षा में नहीं बल्कि उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद छात्रों को दी जाती है. छात्र के दीक्षा के बाद असली परीक्षा कि शुरूआत होती है. छात्र को दीक्षा के माध्यम से असल ज्ञान कि स्थितियों का अनुभव कराया जाता है.
इंदौर के DAVV में दीक्षांत समारोह, 23 मार्च को चयनित छात्रों को दिए जाएंगे स्वर्ण और रजत पदक
समारोह में मालवी वेशभूषा की झलक : समारोह में शामिल होने वाले छात्र अतिथि व विशिष्ट अतिथियों के लिए समारोह में विशेष वेशभूषा रखी गई थी. जिसमें मालवी पगड़ी, जैकेट और अंग वस्त्र शामिल था. समारोह की शुरुआत दीक्षांत परेड से की गई. जिसमें विश्वविद्यालय के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष कार्यपरिषद सदस्य कुलपति रजिस्ट्रार और संकाय अध्यक्ष शामिल रहे.