इंदौर। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में प्रगति रोड मैप 2026 की कार्य योजना को देखा. यह रोड मैप नगर निगम और अन्य संस्थाओं द्वारा मिलकर तैयार किया गया है. इस दौरान सीएम ने इंदौर के व्यस्ततम इलाकों में केबल कार चलाने की योजना को भी मंजूरी दी.
इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रगति रोड मैप को लेकर नगर निगम और अन्य सामाजिक संस्थाओं के साथ बैठक की गई. इंदौर के प्रगति रोड मैप में 2026 तक 5 घटकों को लेकर योजनाएं तैयार की गई. इस बैठक में प्रदेश के मंत्रियों सहित बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारी भी मौजूद रहे. जिन्होंने 2026 तक इंदौर की मूलभूत सुविधाओं को तैयार करने के लिए अपने विचार रखे.
2026 तक होगी 33 लाख अनुमानित आबादी, इसे ध्यान में रखकर तैयार की जाएगी योजनाएं
इंदौर के प्रगति रोड में 2026 में 5 घटक शामिल किए गए हैं. जिसमें मूलभूत सुविधाओं में जल प्रदाय, सीवरेज, स्वच्छता, स्टॉर्म वाटर लाइन का विस्तार और ड्रेनेज की निकासी संबंधी कार्य शामिल है. वहीं ट्रैफिक मास्टर प्लान में नई सड़कों का निर्माण, आईटीएमएस, पार्किंग प्लान सार्वजनिक परिवहन शामिल है. इसके अलावा आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश इंदौर और पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक दायित्व को भी इसमें शामिल किया गया है.
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमें प्रधानमंत्री के सपनों को पूरा करना है. इंदौर को एक आदर्श शहर बनाना है. केंद्र सरकार की सभी परियोजनाएं समय पर पूरी हो इसके लिए सभी को ध्यान रखना है. साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इंदौर तेजी से बढ़ रहा है. इसलिए हमें सुपर कॉरिडोर की ओर शहर को और विकसित करना होगा. जिससे भविष्य में इंदौर में निवेश की संभावनाएं और उद्योगों को बढ़ावा मिले.
केबल कार चलाने की योजना को मंजूरी
सीएम शिवराज ने इंदौर में बढ़ते ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए व्यस्ततम क्षेत्रों में केबल कार को चलाने की मंजूरी भी दी. भविष्य में ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए इंदौर में केबल कार की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. केबल कार चलाने वाला इंदौर प्रदेश का पहला शहर बनेगा. इससे पहले भी केबल कार की योजना को लेकर सांसद शंकर लालवानी ने बात रखी थी, लेकिन वह योजना रुक गई. अब मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद एक बार फिर इस योजना को मंजूरी दी गई है.
इंदौर में केबल कार चलाने का सबसे ज्यादा फायदा आम जनता को होगा. एक और जहां मेट्रो प्रोजेक्ट लगातार लेट हो रहा है. वहीं इंदौर शहर में ट्रैफिक का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में केबल कार के चलाने से आम जनता को ट्रैफिक से कुछ हद तक राहत मिलेगी.