इंदौर। कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन को अनलॉक करने की प्रक्रिया जारी है. इंदौर में भी बसों के सार्वजनिक परिचालन पर लगी रोक आखिरकार हटा ली गई है. लिहाजा इंदौर संभाग के तमाम जिलों में कल से सार्वजनिक तौर पर निजी बस सेवा शुरू हो जाएगी. आज इस फैसले को लेकर बस ऑनर एसोसिएशन और इंदौर जिला प्रशासन के बीच बसें चलाने के निर्णय हो पर सहमति बन गई है.
दरअसल, कोरोना के संक्रमण की आशंका और बसों में यात्रियों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने की आशंका के चलते प्रदेश भर में निजी बसों का परिचालन पूरी तरह से बंद था. लिहाजा निजी यात्री बस सेवा का व्यापार व्यवसाय पूरी तरह ठप हो चुका है. इस बीच इंदौर संभागीय बस ऑपरेटर एसोसिएशन ने शहर के तमाम व्यवसायिक प्रतिष्ठान खुलने और अन्य तमाम व्यापारिक गतिविधियां शुरू होने के बाद बसों को भी शुरू करने की मांग की थी. इसके अलावा परिवहन विभाग को भी इस आशय का मांग पत्र भेजा गया था. जिसमें बस ऑपरेटरों ने बीते 6 माह में लगाए गए टैक्स में रियायत देते हुए बाजारों की औद्योगिक गतिविधियां और ग्राहकी को लेकर बसों के संचालन की अनुमति देने की मांग की थी.
हटाई गई रोक
आज परिवहन विभाग की सहमति के बाद जिला प्रशासन और बस ओनर एसोसिएशन की बैठक में इंदौर संभाग के अंतर्गत जिलों में बस सेवा फिर से शुरू करने के फैसले पर सहमति बन गई. इस दौरान बस अनार एसोसिएशन की टैक्स रियायत संबंधी मांग का फैसला परिवहन विभाग के सुपुर्द किया गया है. इसके अलावा बसों में अब नए सिरे से किराया निर्धारण करने की मांग पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है.
कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक लॉकडाउन खुलने के बाद बसों के किराए का निर्धारण किराया निर्धारण समिति की अनुशंसा के आधार पर किया जा सकेगा. इसके अलावा बसों के रोड टैक्स और अन्य मांगो पर राज्य शासन के स्तर पर सहानुभूति पूर्वक निर्णय लिया जा रहा है. जिसके हिसाब से बस ऑपरेटरों ने कल से ही संभाग के विभिन्न जिलों के बीच बसें चलाने के फैसले पर सहमति दी है.