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कोरोना और ब्लैक फंगस का सबसे खतरनाक रुप, इंफेक्शन से सिकुड़ रहा है दिमाग - मध्य प्रदेश ब्लैक फंगस

एमवाय अस्पताल में कोरोना से ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस के अभी तक 368 मरीज भर्ती हुऐ हैं, इनमें से करीब 55 मरीजों के दिमाग तक संक्रमण फैल गया है. मरीजों के सीटी स्कैन और एमआरआई टेस्ट के जरिए इसकी पुष्टि की गई है. बताया जा रहा है कि इन मरीजों में सिरदर्द, उल्टी होना और हाथ में कमजोरी आने जैसे लक्षण थे.

Black Fungus in Indore
मरीजों के दिमाग तक पहुंचा इंफेक्शन
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Published : May 31, 2021, 8:05 PM IST

Updated : Jun 22, 2021, 10:37 PM IST

इंदौर। प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इन सब के बीच बीमारी से जुड़ी एक और चिंता बढ़ गई है. बताया जा रहा है कि इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे ब्लैक फंगस के 15 फीसदी मरीजों में संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंच गया है.

जानकारी के मुताबिक, एमवाय अस्पताल में ब्लैक फंगस के अभी तक 368 मरीज भर्ती हुऐ हैं, इनमें से करीब 55 मरीजों के दिमाग तक संक्रमण फैल गया है. मरीजों के सीटी स्कैन और एमआरआई टेस्ट के जरिए इसकी पुष्टि की गई है. बताया जा रहा है कि इन मरीजों में सिरदर्द, उल्टी होना और हाथ में कमजोरी आने जैसे लक्षण थे.

ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों की क्या है वजह, स्टडी करेंगे विशेषज्ञ

डॉक्टरों के मुताबिक, यह ब्लैक फंगस नाक के आसपास के सायनस से होते हुए दिमाग में चले जाते हैं, जो मरीज की परेशानी बढ़ा देते हैं. दिमाग में संक्रमण होने के चलते मस्तिष्क में सूजन आ जाती है. इसके अलावा कई केस में मस्तिष्क में पस भी बन जाता है. अभी तक एमवाय हॉस्पिटल में चार मरीजों की ब्रेन सर्जरी के जरिए उनका संक्रमण से प्रभावित हिस्सा निकाला गया है. डॉक्टरों का कहना है कि ब्लैक फंगस से घबराने की जरूरत नहीं है. मस्तिष्क में संक्रमण होने के बाद भी मरीज ठीक हो सकता है.

इंदौर। प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इन सब के बीच बीमारी से जुड़ी एक और चिंता बढ़ गई है. बताया जा रहा है कि इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे ब्लैक फंगस के 15 फीसदी मरीजों में संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंच गया है.

जानकारी के मुताबिक, एमवाय अस्पताल में ब्लैक फंगस के अभी तक 368 मरीज भर्ती हुऐ हैं, इनमें से करीब 55 मरीजों के दिमाग तक संक्रमण फैल गया है. मरीजों के सीटी स्कैन और एमआरआई टेस्ट के जरिए इसकी पुष्टि की गई है. बताया जा रहा है कि इन मरीजों में सिरदर्द, उल्टी होना और हाथ में कमजोरी आने जैसे लक्षण थे.

ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों की क्या है वजह, स्टडी करेंगे विशेषज्ञ

डॉक्टरों के मुताबिक, यह ब्लैक फंगस नाक के आसपास के सायनस से होते हुए दिमाग में चले जाते हैं, जो मरीज की परेशानी बढ़ा देते हैं. दिमाग में संक्रमण होने के चलते मस्तिष्क में सूजन आ जाती है. इसके अलावा कई केस में मस्तिष्क में पस भी बन जाता है. अभी तक एमवाय हॉस्पिटल में चार मरीजों की ब्रेन सर्जरी के जरिए उनका संक्रमण से प्रभावित हिस्सा निकाला गया है. डॉक्टरों का कहना है कि ब्लैक फंगस से घबराने की जरूरत नहीं है. मस्तिष्क में संक्रमण होने के बाद भी मरीज ठीक हो सकता है.

Last Updated : Jun 22, 2021, 10:37 PM IST
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