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भाजपाइयों के जश्न में टूटी मरीजों की सांसें! सेल्फी-पूजा के लिए रोके रखा ऑक्सीजन टैंकर - Jeetu Patwari, former minister

इंदौर में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की लगातार मौत हो रही है. इस कमी को दूर करने के लिए गुजरात से एक टैंकर शनिवार रात को 30 टन ऑक्सीजन लेकर इंदौर पहुंचा. लेकिन टैंकर को बीजेपी नेताओं ने बीच सड़क पर ही घेर लिया. और पूजा पाठ करने लगे. उधर अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत होती रही.

Oxygen tanker
ऑक्सीजन टैंकर
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Published : Apr 19, 2021, 12:05 PM IST

Updated : Apr 19, 2021, 2:06 PM IST

इंदौर। पूरा देश कोरोना महामारी लड़ रहा है, डॉक्टर अस्पतालों में मरीजों की जान बचाने में लगे हैं. जरुरी इंजेक्शन और ऑक्सीजन की भारी कमी है. इस बीच नेता अपनी नेतागिरी चमकाने से बाज नहीं आ रहे हैं. इंदौर में ऑक्सीजन की भारी किल्लत को देखते हुए, रिलायंस ने गुजरात से एक टैंकर ऑक्सीजन भेजा, ताकि मरीजों की जान बचाई जा सके, लेकिन टैंकर पहुंचते ही, बीजेपी अपनी बाहबाही करने के लिए उत्सव मनाने लगे. और खुशी में टैंकर की आरती उतारी गई, ये तमाशा करीब दो घंटों तक चलता रहा. नेताओं ने टैंकर के सामने जमकर फोटो खिंचवाई. इस बीच अस्पताल में भर्ती कई मरीजों की सांसे हमेशा के लिए चली गई.

ऑक्सीजन टैंकर की पूजा
  • क्या नेताओं की फोटो मरीजों से जान से ज्यादा जरुरी ?

ऑक्सीजन जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचना था. ये बात टैंकर ड्राइवर भी मालूम थी. टैंकर चालक ने 700 किलोमीटर की दूरी महज तीन घंटे सो कर तय की, और ऑक्सीजन टैंकर इंदौर पहुंचाया, लेकिन नेताओं को शायद इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्हें बस अपनी राजनीति चमकानी है. नेता गुणगान करते रहे अपनी और अपने पार्टी की, उधर अस्पताल में मरीज अपनी सांसों से जंग लड़ता रहा, लेकिन कई मरीज बिना ऑक्सीजन नहीं बचाए जा सके. करीब दो घंटे से ज्यादा समय तक सेल्फी खिंचवाने और पूजा पाठ के बाद टैंकर को नेताओं ने रवाना किया.

  • बाहबाही लूटने के लिए कई बार रोका गया टैंकर

ऑक्सीजन टैंकर के इंदौर पहुंचने की जानकारी जैसे ही नेताओं को लगी, नेता सड़कों पर उतर गए, और टैंकर को रोक-रोक कर सेल्फी भी ली. सबसे पहले टैंकर को चंदन नगर स्कवायर पर रोका गया. जहां नेता, नेतागिरी करते दिखे, जिसे किसी तरह प्रशासनिक अधिकारियों ने वहां से रवाना किया. उसके बाद टैंकर को एमआर-10 इलाके में रोका गया. यहां नेताओं की भीड़ थी, पहले टैंकर का स्वागत किया गया. उसके बाद बाकायदा पूजा की गई. फोटो खिंचवाने के बाद नेताओं ने भाषण भी दिया. करीब दो घंटे बाद टैंकर को वहां से रवाना किया गया.

30 टन ऑक्सीजन लेकर इंदौर पहुंचा टैंकर

इंदौर में ऑक्सीजन की कमी से मरते लोगों को बचाने के लिए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की पहल पर जामनगर से पहली खेप के बतौर 30 टन ऑक्सीजन भरकर ऑक्सीजन टैंकर शनिवार रात 10:00 बजे इंदौर पहुंचा था. इधर टैंकर के इंदौर पहुंचने को अपनी बड़ी सफलता दर्शाते हुए प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, मधु वर्मा, गोलू शुक्ला के साथ कई नेता बाकायदा पूजा पाठ की तैयारी करके बैठे थे. ऑक्सीजन के इंदौर आगमन पर विधि विधान से पूजा पाठ की तैयारी के लिए चंदन नगर चौराहे पर रात 10:00 बजे पंडित बुलाकर हार फूल की तैयारियां और टैंकर को सजाने संवारने के भी पूरे इंतजाम थे.

  • टैंकर के सामने पंडित ने आकर किया मंत्रोच्चारण

सरकारी सुरक्षा और भारी-भरकम प्रशासनिक इंतजाम के साथ इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह की मौजूदगी में जब यह टैंकर चंदन नगर पहुंचा. तो सभी ने टैंकर की पूजा पाठ करने के लिए उसे घेर लिया. इसके बाद टैंकर में बाकायदा जन्मदिन पार्टी की तरह ही बैलून लगाए, गए वही टैंकर के ड्राइवर से भी रास्ते के हाल-चाल पूछे गए, इसके बाद पंडित ने आकर मंत्रोच्चारण के साथ टैंकर का तिलक करते हुए पूजा पाठ शुरू की. मौके पर मौजूद प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने ट्रक के सामने नारियल फोड़कर ऑक्सीजन की अगुवाई की, इस पूरे राजनीतिक दिखावे के घटनाक्रम में करीब 45 मिनट से ज्यादा देर तक ट्रक को रोके रखा गया.

  • अस्पताल में एक मरीज की मौत

इस दौरान इंदौर के कई अस्पतालों में मरीजों की सांस ऑक्सीजन के इंतजार में अटकी थी, इस बीच ऑक्सीजन की कमी के चलते ग्रेटर कैलाश अस्पताल में मौत हो गई. इसके अलावा कुछ और अस्पतालों में भी ऐसी ही शिकायतें मिली. रविवार को मेडिकल बुलेटिन में जो 7 मौत कोरोना की वजह से होना दर्शाई गई. उनमें कई ऐसे भी मरीज से जो ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे थे. यह बात और है कि सरकार और सत्ता के श्रेय की होड़ में मृतकों के परिजनों की करुण गुहार सुनने को अब कोई तैयार नहीं है.

संजय शुक्ला, विधायक
  • बेहद शर्मनाक घटनाक्रम- कांग्रेस विधायक

इधर बीते कई दिनों से गरीब मरीजों को इंजेक्शन के अलावा आर्थिक मदद और सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनों का दान कर रहे कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने इस पूरे घटनाक्रम पर भाजपा विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय और प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट समेत सांसद शंकर लालवानी को इस शर्मनाक घटनाक्रम का जिम्मेदार बताते हुए आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि गरीबों की मदद करने के बजाय नेता श्रेय लेने की होड़ में हैं, जिन गरीबों की मौतें हुई हैं उन्हें लेकर इंदौर की जनता सरकार और जिम्मेदार लोगों को कभी माफ नहीं करेगी.

जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री
  • आपातकाल में भी बीजेपी नेता राजनीति से नहीं आ रहे बाज- जीतू पटवारी

पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने भी ऑक्सीजन टैंकर को रोकने की घटना को शर्मनाक बताया है, पटवारी ने कहा कि जिस दौर में लोगों की जान बचाना मुश्किल हो रहा है, उस समय भी इस तरह की हरकत करना निहायती आपत्तिजनक है, क्योंकि यह समय सब को एक साथ मिलकर महामारी के विरुद्ध लड़ने का है, तो भी भाजपा नेता आपातकालीन स्थिति में भी राजनीति का अवसर तलाशने से बाज नहीं आ रहे हैं.

मेडिकल कॉलेज के 'मौत-वार्ड' में पति-पत्नी की गई जान, लगाया था खाली ऑक्सीजन मास्क

  • इधर नेता देते रहे भाषण, उधर मरता रहा मरीज

इंदौर में कोरोना महामारी के चलते 10 हजार से भी ज्यादा मरीज ऑक्सीजन के सपोर्ट पर हैं. और कई मरीज जिंदगी की जंग लड़ रहें हैं. कुछ मरीज ऐसी भी थे. जिनकी ऑक्सीजन के इंतजार में मौत हो गई.

  • इंदौर में कोरोना की स्थिति अच्छी नहीं

इंदौर में 24 घंटे के अंदर को 1,692 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 89,317 हो गई है. इंदौर में रविवार को 7 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है. अब तक जिले में 1047 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि रविवार को 1,301 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं. जबकि 10,989 कोरोना मरीज एक्टिव हैं.

  • इंदौर के अस्पतालों में 80 से 90 टन ऑक्सीजन की मांग

शहर के कई अस्पतालों में ना तो ऑक्सीजन आपूर्ति सामान्य हो सकी है, न ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुचारू हो पाई है, रविवार को इंदौर को 3760 इंजेक्शन मिले हैं, इनमें से 2700 निजी चिकित्सालय को दिए गए हैं, ऑक्सीजन की मांग भी 80 से 90 टन के करीब बनी हुई है, जबकि शहर में प्रतिदिन जरूरत 100 टन के करीब है, वहीं अस्पतालों में उपलब्ध बेड की स्थिति पर गौर किया जाए तो शहर के करीब 103 शासकीय और निजी अस्पतालों में लगभग सभी बेड फुल हैं, ऐसी स्थिति में शहर में करीब 2000 ऐसे मरीज हैं, जो बेड नहीं मिलने के कारण भर्ती नहीं हो पा रहे हैं.

गुजरात की रिलायंस रिफाइनरी से ऑक्सीजन की पहली खेप लेकर इंदौर पहुंचा टैंकर

  • श्मशान घाट पर लाशों की ढेर

इस बीच राधा स्वामी सत्संग परिसर मैं तैयार किए जा रहे 500 बेड के कोविड केयर सेंटर के शुरू होते ही शहर के मरीजों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है, फिलहाल कम संक्रमण वाले मरीजों को ऑनलाइन इलाज और परामर्श की सलाह दी गई है, शहर के श्मशान में भी ओवर लोडिंग की स्थिति बनी हुई है, रविवार को कोविड- प्रोटोकॉल के तहत 7 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है, हालांकि मृतकों की संख्या इससे कई गुना ज्यादा है, इस बीच श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी और कंडों की भी कमी हो गई है, लिहाजा शहर के सीमावर्ती गांव से लकड़ी की आपूर्ति की जा रही है.

इंदौर। पूरा देश कोरोना महामारी लड़ रहा है, डॉक्टर अस्पतालों में मरीजों की जान बचाने में लगे हैं. जरुरी इंजेक्शन और ऑक्सीजन की भारी कमी है. इस बीच नेता अपनी नेतागिरी चमकाने से बाज नहीं आ रहे हैं. इंदौर में ऑक्सीजन की भारी किल्लत को देखते हुए, रिलायंस ने गुजरात से एक टैंकर ऑक्सीजन भेजा, ताकि मरीजों की जान बचाई जा सके, लेकिन टैंकर पहुंचते ही, बीजेपी अपनी बाहबाही करने के लिए उत्सव मनाने लगे. और खुशी में टैंकर की आरती उतारी गई, ये तमाशा करीब दो घंटों तक चलता रहा. नेताओं ने टैंकर के सामने जमकर फोटो खिंचवाई. इस बीच अस्पताल में भर्ती कई मरीजों की सांसे हमेशा के लिए चली गई.

ऑक्सीजन टैंकर की पूजा
  • क्या नेताओं की फोटो मरीजों से जान से ज्यादा जरुरी ?

ऑक्सीजन जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचना था. ये बात टैंकर ड्राइवर भी मालूम थी. टैंकर चालक ने 700 किलोमीटर की दूरी महज तीन घंटे सो कर तय की, और ऑक्सीजन टैंकर इंदौर पहुंचाया, लेकिन नेताओं को शायद इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्हें बस अपनी राजनीति चमकानी है. नेता गुणगान करते रहे अपनी और अपने पार्टी की, उधर अस्पताल में मरीज अपनी सांसों से जंग लड़ता रहा, लेकिन कई मरीज बिना ऑक्सीजन नहीं बचाए जा सके. करीब दो घंटे से ज्यादा समय तक सेल्फी खिंचवाने और पूजा पाठ के बाद टैंकर को नेताओं ने रवाना किया.

  • बाहबाही लूटने के लिए कई बार रोका गया टैंकर

ऑक्सीजन टैंकर के इंदौर पहुंचने की जानकारी जैसे ही नेताओं को लगी, नेता सड़कों पर उतर गए, और टैंकर को रोक-रोक कर सेल्फी भी ली. सबसे पहले टैंकर को चंदन नगर स्कवायर पर रोका गया. जहां नेता, नेतागिरी करते दिखे, जिसे किसी तरह प्रशासनिक अधिकारियों ने वहां से रवाना किया. उसके बाद टैंकर को एमआर-10 इलाके में रोका गया. यहां नेताओं की भीड़ थी, पहले टैंकर का स्वागत किया गया. उसके बाद बाकायदा पूजा की गई. फोटो खिंचवाने के बाद नेताओं ने भाषण भी दिया. करीब दो घंटे बाद टैंकर को वहां से रवाना किया गया.

30 टन ऑक्सीजन लेकर इंदौर पहुंचा टैंकर

इंदौर में ऑक्सीजन की कमी से मरते लोगों को बचाने के लिए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की पहल पर जामनगर से पहली खेप के बतौर 30 टन ऑक्सीजन भरकर ऑक्सीजन टैंकर शनिवार रात 10:00 बजे इंदौर पहुंचा था. इधर टैंकर के इंदौर पहुंचने को अपनी बड़ी सफलता दर्शाते हुए प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, मधु वर्मा, गोलू शुक्ला के साथ कई नेता बाकायदा पूजा पाठ की तैयारी करके बैठे थे. ऑक्सीजन के इंदौर आगमन पर विधि विधान से पूजा पाठ की तैयारी के लिए चंदन नगर चौराहे पर रात 10:00 बजे पंडित बुलाकर हार फूल की तैयारियां और टैंकर को सजाने संवारने के भी पूरे इंतजाम थे.

  • टैंकर के सामने पंडित ने आकर किया मंत्रोच्चारण

सरकारी सुरक्षा और भारी-भरकम प्रशासनिक इंतजाम के साथ इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह की मौजूदगी में जब यह टैंकर चंदन नगर पहुंचा. तो सभी ने टैंकर की पूजा पाठ करने के लिए उसे घेर लिया. इसके बाद टैंकर में बाकायदा जन्मदिन पार्टी की तरह ही बैलून लगाए, गए वही टैंकर के ड्राइवर से भी रास्ते के हाल-चाल पूछे गए, इसके बाद पंडित ने आकर मंत्रोच्चारण के साथ टैंकर का तिलक करते हुए पूजा पाठ शुरू की. मौके पर मौजूद प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने ट्रक के सामने नारियल फोड़कर ऑक्सीजन की अगुवाई की, इस पूरे राजनीतिक दिखावे के घटनाक्रम में करीब 45 मिनट से ज्यादा देर तक ट्रक को रोके रखा गया.

  • अस्पताल में एक मरीज की मौत

इस दौरान इंदौर के कई अस्पतालों में मरीजों की सांस ऑक्सीजन के इंतजार में अटकी थी, इस बीच ऑक्सीजन की कमी के चलते ग्रेटर कैलाश अस्पताल में मौत हो गई. इसके अलावा कुछ और अस्पतालों में भी ऐसी ही शिकायतें मिली. रविवार को मेडिकल बुलेटिन में जो 7 मौत कोरोना की वजह से होना दर्शाई गई. उनमें कई ऐसे भी मरीज से जो ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे थे. यह बात और है कि सरकार और सत्ता के श्रेय की होड़ में मृतकों के परिजनों की करुण गुहार सुनने को अब कोई तैयार नहीं है.

संजय शुक्ला, विधायक
  • बेहद शर्मनाक घटनाक्रम- कांग्रेस विधायक

इधर बीते कई दिनों से गरीब मरीजों को इंजेक्शन के अलावा आर्थिक मदद और सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनों का दान कर रहे कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने इस पूरे घटनाक्रम पर भाजपा विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय और प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट समेत सांसद शंकर लालवानी को इस शर्मनाक घटनाक्रम का जिम्मेदार बताते हुए आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि गरीबों की मदद करने के बजाय नेता श्रेय लेने की होड़ में हैं, जिन गरीबों की मौतें हुई हैं उन्हें लेकर इंदौर की जनता सरकार और जिम्मेदार लोगों को कभी माफ नहीं करेगी.

जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री
  • आपातकाल में भी बीजेपी नेता राजनीति से नहीं आ रहे बाज- जीतू पटवारी

पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने भी ऑक्सीजन टैंकर को रोकने की घटना को शर्मनाक बताया है, पटवारी ने कहा कि जिस दौर में लोगों की जान बचाना मुश्किल हो रहा है, उस समय भी इस तरह की हरकत करना निहायती आपत्तिजनक है, क्योंकि यह समय सब को एक साथ मिलकर महामारी के विरुद्ध लड़ने का है, तो भी भाजपा नेता आपातकालीन स्थिति में भी राजनीति का अवसर तलाशने से बाज नहीं आ रहे हैं.

मेडिकल कॉलेज के 'मौत-वार्ड' में पति-पत्नी की गई जान, लगाया था खाली ऑक्सीजन मास्क

  • इधर नेता देते रहे भाषण, उधर मरता रहा मरीज

इंदौर में कोरोना महामारी के चलते 10 हजार से भी ज्यादा मरीज ऑक्सीजन के सपोर्ट पर हैं. और कई मरीज जिंदगी की जंग लड़ रहें हैं. कुछ मरीज ऐसी भी थे. जिनकी ऑक्सीजन के इंतजार में मौत हो गई.

  • इंदौर में कोरोना की स्थिति अच्छी नहीं

इंदौर में 24 घंटे के अंदर को 1,692 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 89,317 हो गई है. इंदौर में रविवार को 7 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है. अब तक जिले में 1047 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि रविवार को 1,301 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं. जबकि 10,989 कोरोना मरीज एक्टिव हैं.

  • इंदौर के अस्पतालों में 80 से 90 टन ऑक्सीजन की मांग

शहर के कई अस्पतालों में ना तो ऑक्सीजन आपूर्ति सामान्य हो सकी है, न ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुचारू हो पाई है, रविवार को इंदौर को 3760 इंजेक्शन मिले हैं, इनमें से 2700 निजी चिकित्सालय को दिए गए हैं, ऑक्सीजन की मांग भी 80 से 90 टन के करीब बनी हुई है, जबकि शहर में प्रतिदिन जरूरत 100 टन के करीब है, वहीं अस्पतालों में उपलब्ध बेड की स्थिति पर गौर किया जाए तो शहर के करीब 103 शासकीय और निजी अस्पतालों में लगभग सभी बेड फुल हैं, ऐसी स्थिति में शहर में करीब 2000 ऐसे मरीज हैं, जो बेड नहीं मिलने के कारण भर्ती नहीं हो पा रहे हैं.

गुजरात की रिलायंस रिफाइनरी से ऑक्सीजन की पहली खेप लेकर इंदौर पहुंचा टैंकर

  • श्मशान घाट पर लाशों की ढेर

इस बीच राधा स्वामी सत्संग परिसर मैं तैयार किए जा रहे 500 बेड के कोविड केयर सेंटर के शुरू होते ही शहर के मरीजों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है, फिलहाल कम संक्रमण वाले मरीजों को ऑनलाइन इलाज और परामर्श की सलाह दी गई है, शहर के श्मशान में भी ओवर लोडिंग की स्थिति बनी हुई है, रविवार को कोविड- प्रोटोकॉल के तहत 7 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है, हालांकि मृतकों की संख्या इससे कई गुना ज्यादा है, इस बीच श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी और कंडों की भी कमी हो गई है, लिहाजा शहर के सीमावर्ती गांव से लकड़ी की आपूर्ति की जा रही है.

Last Updated : Apr 19, 2021, 2:06 PM IST
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