ETV Bharat / city

अब फैला 'चोरी का infection': निजी अस्पताल से 139 रेमडेसिविर चोरी - रेमेडेसिविर इंजेक्शन चोरी के केस में 3 हिरासत में

इंदौर के प्राइवेट अस्पताल से 139 रेमडेसिविर के इंजेक्शन चोरी हो गए. पुलिस ने 3 आरोपियों को हिरासत में लिया है. तीनों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है.

remdesivir injection stolen
'चोरी का infection'
author img

By

Published : Apr 21, 2021, 9:16 PM IST

Updated : Apr 22, 2021, 6:55 AM IST

इंदौर। राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में रेमडेसीविर इंजेक्शन के चोरी होने के बाद अब इंदौर के प्राइवेट अस्पताल में इंजेक्शन चोरी हो गए. अस्पताल प्रबंधन ने अपने ही फार्मेसी कर्मचारी के खिलाफ चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है. पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है.

139 रेमडेसिविर इंजेक्श चोरी, 3 गिरफ्तार

शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में बीते कई दिनों से रेमडेसिविर इंजेक्शन के कंटेंट के रूप में लगने वाले इंजेक्शन की ढूंढ खोज हो रही थी. जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि अस्पताल से 139 इंजेक्शन गायब हैं. FIR दर्ज होने के बाद पुलिस ने मंगलवार देर रात फार्मेसी कर्मचारी को हिरासत में ले लिया है. गिरोह में शामिल चार अन्य संदिग्ध कर्मचारियों की तलाश की जा रही है.

अस्पताल की फार्मेसी में ही काम करते हैं आरोपी

तुकोगंज थाना प्रभारी कमलेश शर्मा के मुताबिक अचलपुरा जिला भिंड निवासी अनूप की शिकायत पर अस्पताल के फार्मेसी कर्मचारी भूपेंद्र शैलीवाल के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज किया है. फरियादी अनूप ने पुलिस को बताया कि आरोपी अस्पताल के फार्मेसी विभाग में नौकरी करता है. उसने साथियों के साथ मिलकर 139 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी कर बेच दिए हैं. चोरी किए गए इंजेक्शन की कीमत करीब एक लाख 76 हजार 582 रुपये बताई गई है. पुलिस के मुताबिक इस गड़बड़ी में भूपेंद्र के साथ चार अन्य साथी भी शामिल हो सकते हैं. ये संदिग्ध भी फार्मेसी विभाग में ही नौकरी करते हैं. पुलिस वहां से रिकॉर्ड, फुटेज और ड्यूटी चार्ट मांग कर जांच कर रही है.

हिरासत में हमीदिया के तत्कालीन अधीक्षक, रेमडेसिविर चोरी के बाद गिरी थी गाज

हाल ही में राजधानी भोपाल में भी हमीदिया अस्पताल के स्टोर से कर्मचारियों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की बंदरबांट कर ली थी.

तीनों आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत एक्शन

इंदौर में रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की जा रही है. राजेंद्र नगर थाना टीआई अमृता सोलंकी ने बताया ,कि 17 अप्रैल को शिकायत मिली थी. शिकायत पर जयरामपुर कॉलोनी के नीलेश को रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते पाया गया. उसके खिलाफ राजेंद्र नगर थाने मे एफआईआर दर्ज की गई थी. आरोपी नीलेश से मिली जानकारी के आधार पर शुभम और भूपेंद्र को गिरफ्तार किया गया. ये दोनों ही लवकुश आवास विहार कॉलोनी में रहते हैं.

इंदौर। राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में रेमडेसीविर इंजेक्शन के चोरी होने के बाद अब इंदौर के प्राइवेट अस्पताल में इंजेक्शन चोरी हो गए. अस्पताल प्रबंधन ने अपने ही फार्मेसी कर्मचारी के खिलाफ चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है. पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है.

139 रेमडेसिविर इंजेक्श चोरी, 3 गिरफ्तार

शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में बीते कई दिनों से रेमडेसिविर इंजेक्शन के कंटेंट के रूप में लगने वाले इंजेक्शन की ढूंढ खोज हो रही थी. जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि अस्पताल से 139 इंजेक्शन गायब हैं. FIR दर्ज होने के बाद पुलिस ने मंगलवार देर रात फार्मेसी कर्मचारी को हिरासत में ले लिया है. गिरोह में शामिल चार अन्य संदिग्ध कर्मचारियों की तलाश की जा रही है.

अस्पताल की फार्मेसी में ही काम करते हैं आरोपी

तुकोगंज थाना प्रभारी कमलेश शर्मा के मुताबिक अचलपुरा जिला भिंड निवासी अनूप की शिकायत पर अस्पताल के फार्मेसी कर्मचारी भूपेंद्र शैलीवाल के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज किया है. फरियादी अनूप ने पुलिस को बताया कि आरोपी अस्पताल के फार्मेसी विभाग में नौकरी करता है. उसने साथियों के साथ मिलकर 139 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी कर बेच दिए हैं. चोरी किए गए इंजेक्शन की कीमत करीब एक लाख 76 हजार 582 रुपये बताई गई है. पुलिस के मुताबिक इस गड़बड़ी में भूपेंद्र के साथ चार अन्य साथी भी शामिल हो सकते हैं. ये संदिग्ध भी फार्मेसी विभाग में ही नौकरी करते हैं. पुलिस वहां से रिकॉर्ड, फुटेज और ड्यूटी चार्ट मांग कर जांच कर रही है.

हिरासत में हमीदिया के तत्कालीन अधीक्षक, रेमडेसिविर चोरी के बाद गिरी थी गाज

हाल ही में राजधानी भोपाल में भी हमीदिया अस्पताल के स्टोर से कर्मचारियों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की बंदरबांट कर ली थी.

तीनों आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत एक्शन

इंदौर में रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की जा रही है. राजेंद्र नगर थाना टीआई अमृता सोलंकी ने बताया ,कि 17 अप्रैल को शिकायत मिली थी. शिकायत पर जयरामपुर कॉलोनी के नीलेश को रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते पाया गया. उसके खिलाफ राजेंद्र नगर थाने मे एफआईआर दर्ज की गई थी. आरोपी नीलेश से मिली जानकारी के आधार पर शुभम और भूपेंद्र को गिरफ्तार किया गया. ये दोनों ही लवकुश आवास विहार कॉलोनी में रहते हैं.

Last Updated : Apr 22, 2021, 6:55 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.