ग्वालियर। केले के पेड़ पर टंगी चप्पल ने एक महीने पहले हुई हत्या का खुलासा कर दिया. चप्पल से पुलिस को हत्या की वारदात का क्लू मिला. इसके बाद नाले से एक कंकाल मिला. कंकाल पर जो कपडे़ थे, उससे मृतक की पहचान हुई. पुलिस ने उसके एक दोस्त को थाने बुला लिया. आरोपी ने बताया कि दोनों अक्सर बैठकर नशा करते थे और जुआ खेलते थे. 19 जुलाई को नशे के बाद मामूली कहासुनी पर उसने अपने दोस्त आरिश खान का सिर दीवार में दे मारा. इसके बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और नाले में शव फेंक दिया.
परिजनों को गुमराह करता रहा : दोस्त की हत्या करने के बाद आरोपी जितेन्द्र पाल एक महीने तक आरिश के परिजनों के साथ उसको तलाशने का नाटक करता रहा. जब पुलिस ने मृतक के दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या करना कुबूल कर लिया. दरअसल, जनकगंज हारकोटासीर के आरिश खान 19 जुलाई से लापता था. परिजनों ने 21 जुलाई को उसकी गुमशुदगी जनकगंज थाने में दर्ज कराई थी. तभी से पुलिस व परिजन उसे तलाश रहे थे.परिजन को शुरू से ही उसके दोस्त जितेन्द्र पाल पर संदेह था.
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नाले में मिला कंकाल : जितेन्द्र और आरिश दोनों गहरे दोस्त थे और हमेशा साथ रहते थे. करीब एक महीने से परिवार उसे तलाश रहा था. शुक्रवार को हारकोटासीर इलाके में केले के पेड़ पर एक चप्पल लटकी हुई दिखाई दी. यह चप्पल आरिश ने आखिरी समय घर से निकलते समय पहनी थी. यह परिजनों को दिखी तो इसके बाद पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची. पास ही नाले में झांककर देखा तो एक कंकाल फंसा हुआ दिखाई दिया. इसके बाद पुलिस ने कंकाल को बाहर निकलवाया तो चेहरा और शरीर कुछ नहीं बचा था, लेकिन कंकाल के पास जो कपड़ा था, उससे शव की पहचान आरिश के रूप में हुई है. ये कपड़े आरिश के भाई के थे, जिसे उस दिन आरिश पहनकर घर से निकला था.