ग्वालियर। मध्यप्रदेश में मानसून के आते ही भारी बारिश के कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ जाती है. जिसके चलते ट्रैफिक विभाग को यातायात व्यवस्था सुधारने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. यातायात विभाग ने नगर निगम की मदद से पूरे शहर में भ्रमण कर उन इलाकों को चिह्नित किया है, जहां पर पानी भरने की संभावना अधिक रहती है. बारिश के मौसम में एक्सीडेंट की घटनाएं भी ज्यादा होती हैं. इस वजह से ट्रैफिक विभाग बैरिकेड लगाकर वाहनों को धीरे चलाने की सलाह भी देता है.
ग्वालियर-चंबल अंचल में भी भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है. ऐसे में यातायात विभाग पहले से ही ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए इंतजाम कर रहा है क्योंकि बारिश के मौसम में वाहन चालकों की थोड़ी सी लापरवाही उनकी जान के लिए खतरा बन सकती है. ग्वालियर ट्रैफिक डीएसपी अनोठिया का कहना है कि यातायात विभाग और नगर निगम द्वारा इस बारिश के मौसम में जहां पर पानी भरने की समस्या अधिक रहती है, उसको ठीक किया जाता है. साथ ही जिन जगहों पर लोगों का आवागमन काफी संख्या में होता है, उन जगहों को सही किया जाता है.
ग्वालियर शहर की यातायात व्यवस्था पहले से ही खराब है क्योंकि बाजारों में भीड़ अधिक रहती है. साथ ही शहर में कई इलाके ऐसे हैं, जहां पर घंटों जाम लगा रहता है. जिसके चलते बारिश के मौसम में और ज्यादा जाम की समस्या हो जाती है. बारिश के मौसम में इस समस्या को रोकने के लिए ट्रैफिक प्लान तैयार किया जाता है.
शहर का सबसे व्यस्ततम इलाका महाराज बाड़ा है, जहां पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम लगता है. यहां बारिश के मौसम में 5 नए ट्रैफिक सिपाही ड्यूटी के लिए लगाए जाते हैं, ताकि जाम न लग सके. वहीं फूल बाग चौराहा, पुरानी छावनी, हजीरा, शिवपुरी लिंक रोड, गोले का मंदिर और मुरार क्षेत्र में कई सड़कें खुदी पड़ी हैं और बारिश के मौसम में वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है. इन इलाकों में यातायात विभाग को ट्रैफिक की सबसे ज्यादा समस्या होती है, इन इलाकों पर एक्स्ट्रा आरक्षक खड़े किए जाते हैं.